नेपाल क्यों नहीं खेल रहा एशिया कप 2025? वजह जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
एशिया कप 2025 का आगाज़ 9 सितंबर से होने जा रहा है और इस बार पहली बार ऐसा होगा जब कुल आठ टीमें इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में उतरेंगी। लेकिन एक दिलचस्प पहलू ये है कि नेपाल, जिसने पिछले संस्करण में खेला था, इस बार प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं है। क्रिकेट प्रेमियों के मन में सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर नेपाल क्यों क्वालीफाई नहीं कर पाया।
आइए आपको बताते हैं कि आखिर इस बार एशिया कप में नेपाल की टीम क्यों नहीं खेल रही है। सबसे पहले समझते हैं कि इस टूर्नामेंट में टीमों का चयन किस तरह हुआ। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने आठ में से पांच जगह अपने स्थायी सदस्य देशों को दी हैं। इनमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और अफ़ग़ानिस्तान शामिल हैं। ये देश एशिया की सबसे मज़बूत टीमें मानी जाती हैं और लंबे समय से लगातार इस टूर्नामेंट में खेलते आ रहे हैं।
अफ़ग़ानिस्तान भी पिछले कुछ सालों में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर अब स्थायी तौर पर इसमें जगह बना चुका है। अब बात आती है बाकी तीन टीमों की। इनका चयन 2024 में खेले गए एसीसी प्रीमियर कप के ज़रिए हुआ। इस प्रतियोगिता में कुल 10 टीमें उतरीं जिन्हें दो ग्रुप में बांटा गया था। नेपाल ने यहां शानदार शुरुआत की और अपने सभी चार ग्रुप मैच जीतकर ग्रुप ए में शीर्ष स्थान हासिल किया। उसने हांगकांग, क़तर, सऊदी अरब और मलेशिया जैसी टीमों को हराया।
इसके बाद नेपाल की असली परीक्षा सेमीफाइनल में हुई। नेपाल का मुकाबला यूएई से हुआ और ये मैच उनके लिए निर्णायक साबित हुआ। उम्मीदों के विपरीत नेपाल ये मैच छह विकेट से हार गया। दूसरी ओर, ओमान ने हांगकांग को हराकर फाइनल में जगह पक्की की और साथ ही एशिया कप का टिकट हासिल कर लिया। चूंकि तीन स्थान उपलब्ध थे, इसलिए नेपाल को एक और मौका मिला। उन्हें हांगकांग के खिलाफ तीसरे स्थान का प्लेऑफ़ खेलना था। ये मैच बेहद रोमांचक रहा, लेकिन यहां भी किस्मत ने साथ नहीं दिया। हांगकांग ने 140 रन का लक्ष्य चेज़ करते हुए नेपाल को हराकर एशिया कप के लिए क्वालीफाई कर लिया।
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इस तरह, नेपाल शानदार शुरुआत के बावजूद सबसे अहम मैच हारकर बाहर हो गया। अगर वो सिर्फ़ एक सेमीफाइनल या प्लेऑफ़ जीत जाता तो एशिया कप 2025 में खेल रहा होता। ग्रुप में अपराजित रहते हुए भी वो आखिरी मौके पर चूक गए और इस बार की प्रतियोगिता से बाहर रह गए।