IPL 2020: चेन्नई सुपर किंग्स का 13 साल के इतिहास में सबसे शर्मनाक प्रदर्शन, पहली बार हुई ये 3 चीजें
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने शुक्रवार को आईपीएल-13 में तीन बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को 10 विकेट से हरा दिया। यह चेन्नई की आईपीएल इतिहास में पहली 10 विकेट से हार है। इससे पहले वह कभी भी 10 विकेट से नहीं हारी।
मुंबई ने चेन्नई को 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर 114 रनों पर ही रोक दिया था। फिर ईशान किशन के नाबाद 68 और क्विंटन डी कॉक के नाबाद 46 रनों के दम पर 12.2 ओवरों में बिना विकेट खोए हासिल कर लिया।
इससे पहले चेन्नई को नौ विकेट से हार मिली थी जो उसकी सबसे बुरी हारों में से एक थी। इत्तेफाकन चेन्नई को वो हार भी मुंबई ने 2008 में दी थी।
गेंदों के हिसाब से सबसे बड़ी हार
मुंबई ने यह मैच 46 गेंद शेष रहते हुए यह मैच अपने नाम किया। गेंद शेष रहते हुए यह चेन्नई की सबसे बड़ी हार है। इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स (Delhi Capitals) ने उसे 2012 में 40 गेंद शेष रहते हुए हराया था। 2008 में मुंबई ने 37 गेंद शेष रहते हुए चेन्नई को हराया था। राजस्थान ने 2008 में ही चेन्नई को 34 गेंद शेष रहते हुए हराया था।
पहली बार लीग स्टेज में 8 हार
पहली बार ऐसा हुआ है जब चेन्नई सुपर किंग्स एक आईपीएल सीजन में लीग स्टेज में 8 मैच हारे हैं। उसकी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद बहुत कम रह गई है। बता दें कि चेन्नई ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 8 फाइनल खेले हैं और टीम ने जो दस सीजन खेले हैं उसमें हर बार प्लेऑफ में जगह बनाई है। अगर चेन्नई रविवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ होने वाले मैच में हार जाती है तो पहली बार ऐसा होगा जब वह प्लेऑफ में नहीं पहुचेंगे।