5 महान क्रिकेटर जो अपने देश के लिए कभी वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए
हर इंटरनेशनल क्रिकेटर का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए वर्ल्ड कप खेले। लेकिन इतिहास में कई ऐसे महान खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए वनडे वर्ल्ड कप खेलने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ।
वीवीएस लक्ष्मण
वीवीएस लक्ष्मण ने भारत के लिए 16 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली औऱ राहुल द्रविड़ के साथ भारत के बल्लेबाजी क्रम की जान बने। टेस्ट क्रिकेट में लक्ष्मण ने 134 टेस्ट मैच में 8781 रन बनाए, जिसमें 17 शतक औऱ 56 अर्धशतक शामिल ते। वहीं वनडे में 86 मैचों मे 2338 रन, जिसमें 6 शतक औऱ 10 अर्धशतक शामिल थे। लेकिन उन्हें फिर भी कभी भारत की वर्ल्ड कप टीम में मौका नहीं मिला।
एलिस्टर कुक
वनडे में उन्होंने 92 मुकाबले खेले और 36.20 की औसत से 3204 रन बनाए, जिसमें 5 शतक और 19 अर्धशतक शामिल थे। लेकिन उनकी स्ट्राइक रेट सिर्फ 77.13 की ही थी। इस फॉर्मेट में तेजतर्रार रन बना पाने के कारण ही उन्हें कभी इंग्लैंड की वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं मिली।
जस्टिन लैंगर
मैथ्यू होगार्ड
साल 2000 में इंग्लैंड के लिए डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज मैथ्यू होगार्ड ने 67 टेस्ट मैच खेले और 248 विकेट चटकाए। 8 साल लंबे अपने इंटनरेशनल करियर में होगार्ड ने 28 वनडे मैच भी खेले, लेकिन वह इस फॉर्मेट में अपना ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए। वनडे में वह सिर्फ 32 विकेट ही चटका सके।
क्रिस मार्टिन
तेज गेंदबाज क्रिस मार्टिन ने न्यूडीलैंड के लिए 13 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेला और इस दौरान 71 टेस्ट मैचो में 3.37 की इकॉनमी से 233 विकेट हासिल किए। उन्हें टीम के लिए 21 वनडे खेलने का मौका मिला, लेकिन इस फॉर्मेट में वप अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाए। मार्टिन ने अपने वनडे करियर में कुल 21 विकेट ही लिए।