जब एलुमिनियम का बैट लेकर मैदान पर उतरे थे डेनिस लिली, मैदान पर मच गया था हड़कंप

Updated: Sat, May 22 2021 09:53 IST
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आज के समय में बल्लेबाज़ों के लिए बल्ले उनकी मर्जी के मुताबिक तैयार किए जाते हैं और इन बल्लों की बिक्री को भी इन क्रिकेटर्स की वजह से ही बढ़ावा मिलता है लेकिन आज हम बल्ले को लेकर ही आपको एक बेहद रोचक घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें एक खिलाड़ी एलुमिनियम का बैट लेकर मैदान में उतरा था। ये घटना देखकर मैदान में हड़कंप मच गया था। 

वो खिलाड़ी जो एलुमिनियम का बल्ला लेकर मैदान पर उतरा, कोई और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज़ डेनिस लिली थे। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पर्थ में ये मुकाबला 1979 में खेला गया था। डेनिस लिली एक गेंदबाज थे और बल्लेबाज़ी के लिए 9वें नंबर पर आते थे। ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेल रहा था।

इस टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने महज 232 के स्कोर पर अपने 8 विकेट गंवा दिए थे और लिली को बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान में आना पड़ा था उतरे। दूसरे दिन का खेल जब शुरू हुआ और लिली मैदान पर बल्लेबाजी करने आ तो उनके हाथ में लकड़ी का बैट नहीं बल्कि एलुमिनियम का बैट था। उन्हें ये बैट उनके दोस्त ग्रेम मोनेगन की कंपनी ने बना कर दिया था।

आपको बता दें कि ग्रेम एक क्लब के लिए मैच खेला करते थे और लिली अपने दोस्त मोनेगन की कंपनी में हिस्सेदार भी थे। इसीलिए लिली ने मार्केटिंग स्टंट के तौर पर इस बैट के साथ अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच में खेलने का फैसला लिया। उससे भी ज्यादा दिलचस्प बात ये थी कि उस समय क्रिकेट में इस तरह के बैट को इस्तेमाल करने को लेकर कोई रोक-टोक नहीं थी। इसीलिए लिली के लिए इस बैट के साथ मैदान पर जाना आसान था।

लिली के बैट को लेकर विपक्षी टीम ने विरोध दूसरे दिन की चौथी गेंद पर किया। जब लिली ने इयान बॉथम की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव खेला, जिस पर लिली ने तीन रन लिए। लेकिन उस समय ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल का मानना था कि गेंद को चार रन के लिए जाना चाहिए था। इसीलिए चैपल ने 12वें खिलाड़ी रोडनी हॉग को लिली को लकड़ी का बैट देने के लिए कहा और तभी इंग्लैंड के कप्तान माइक बियर्ली ने अंपायर से शिकायत की।

बियर्ली ने कहा कि एलुमिनियम का बैट लेदर की गेंद को खराब कर रहा है और इंग्लिश कप्तान की बात को सुनने के बाद अंपायरों ने लिली को बैट बदलने को कहा। लेकिन लिली अपनी जिद्द पर अड़े रहे और बैट बदलने से इंकार कर दिया। इसी के चलते मैदान पर मैदान पर करीब 10 मिनट तक बातचीत देखने को मिली।

लिली द्वारा एलुमिनियम के बल्ले का उपयोग करने के बाद उस समय के दौरान इस बल्ले की मांग काफी बढ़ने लगी और लकड़ी के मुकाबले एलुमिनियम के बल्ले की काफी बिक्री देखने को मिली।

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