न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रन से हराकर किया वर्ल्ड कप 2019 से बाहर
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Saurabh Sharma2019-07-09 06:28:35 - LAST UPDATED : Thu 11, 2019 08:35 0thIST
पाटा पिचों की राजा मानी जाने वाली भारतीय टीम की अभी तक आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 में सिर्फ एक बार परीक्षा इंग्लैंड के खिलाफ हुई है। वहीं, वर्ल्ड कप शुरू होने… Read More
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- देखें हाइलाइट्स - न्यूजीलैंड बनाम भारत
- भारत ने बताया क्यों वो दुनिया की बेहतरीन टीम है : विलियम्सन
- रोहित नहीं तोड़ सके सचिन का रिकार्ड, वार्नर पर नजरें
- भारत को सेमीफाइनल में मिली हार लेकिन वर्ल्ड कप में जडेजा-धोनी की ऐतिहासिक साझेदारी ने जीता दिल
- भारत को मिली सेमीफाइनल में हार, भारत की हार का पोस्टमार्टम
देखें हाइलाइट्स - न्यूजीलैंड बनाम भारत
न्यूजीलैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारत को 18 रनों से मात दे आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल में कदम रख लिया है। मंगलवार को बारिश के कारण पूरा न हो सका यह मैच बुधवार को पूरा हुआ।
कीवी टीम ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारतीय टीम संघर्ष के बाद भी हासिल नहीं कर पाई और 49.3 ओवरों में सभी विकेट खोकर 221 रन ही बना सकी।
देखें हाइलाइट्स
भारत ने बताया क्यों वो दुनिया की बेहतरीन टीम है : विलियम्सन
आईसीसी विश्व कप-2019 के पहले सेमीफाइनल में 18 रनों से जीत हासिल करने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान विलियम्सन ने भारतीय टीम की तारीफ की और कहा कि खराब स्थिति से मैच को इतना करीबी बनाकर भारतीय टीम ने बताया है कि वो क्यों दुनिया की बेहतरीन टीम है। बारिश के कारण दो दिन तक खिंचे इस सेमीफाइनल मैच में बुधवार को न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत ने अपने छह विकेट महज 92 रनों पर खो दिए थे लेकिन रवींद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धोनी (50) ने 116 रनों की साझेदारी कर भारत को मैच में वापस ला दिया, हालांकि अंत में यह दोनों आउट हो गए और भारतीय टीम को हार मिली।
मैच के बाद विलियम्सन ने कहा, "हमने सोचा था कि इस विकेट पर 240-250 का स्कोर अच्छा रहेगा और इससे हम भारत पर दबाव बना लेंगे। हमारे खिलाड़ी यह करने में सफल रहे। नई गेंद से हमारे गेंदबाजों ने पिच पर और हवा में गेंद को स्विंग कराने की कोशिश की।"
उन्होंने कहा, "हमें विश्वस्तरीय बल्लेबाजी क्रम पर दबाव बनाना था। हमें पता था कि जब पिच धीमी हो जाएगी तो हमें उसका फायदा उठाना होगा, लेकिन उन्होंने बताया कि वो क्यों विश्व की बेहतरीन टीम है। वे मैच को आखिर तक ले गए जहां वे धोनी और जडेजा के दम पर जीत भी सकते थे।"
विलियम्सन ने कहा कि इस मैच में उनकी टीम की परीक्षा हुई है।
उन्होंने कहा, "हमारे चरित्र की परीक्षा हुई और हम उसमें सफल रहे।"
न्यूजीलैंड ने लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई है। 2015 में भी वह फाइनल में पहुंची थी लेकिन आस्ट्रेलिया से हार गई थी। दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को मौजूदा विजेता आस्ट्रेलिया और मेजबान इंग्लैंड का सामना होना है और अगर आस्ट्रेलिया जीती तो फाइनल में इस बार भी वह न्यूजीलैंड के सामने होगी।
रोहित नहीं तोड़ सके सचिन का रिकार्ड, वार्नर पर नजरें
आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा जिस तरह की फॉर्म में थे, उससे लगा था कि वह महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकार्ड तोड़ देंगे, लेकिन बुधवार को भारत को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार के बाद रोहित इस मुकाम तक पहुंचने में विफल रह गए। सचिन के नाम एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकार्ड है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में 2003 में खेले गए विश्व कप में 673 रन बनाए थे।
रोहित जब इस विश्व कप के सेमीफाइनल में उतरे तो वह सचिन के रिकार्ड को तोड़ने से 27 रन दूर थे। सेमीफाइनल में रोहित सिर्फ एक रन ही बना सके और 26 रन से सचिन का रिकार्ड तोड़ने से चूक गए।
रोहित ने इस विश्व कप में पांच शतक और दो अर्धशतकों सहित नौ मैचों में 648 रन बनाए। इस विश्व कप में उनका औसत 81 का रहा। रोहित एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सचिन के रिकार्ड को तोड़ नहीं पाए लेकिन आस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर के पास अभी इसके लिए मौका है।
मौजूदा विजेता आस्ट्रेलिया को गुरुवार को मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा सेमीफाइनल मैच खेलना है। वार्नर ने अभी तक इस विश्व कप में नौ मैचों में 638 रन बनाए हैं और वह सचिन का रिकार्ड तोड़ने से 35 रन पीछे हैं। इस विश्व कप में वार्नर ने तीन अर्धशतक और तीन शतक जमाए हैं।
रोहित ने हालांकि इस विश्व कप में कुछ और रिकार्ड अपने नाम किए हैं। इस विश्व कप में उन्होंने पांच शतक लगाए हैं और इसी के साथ वह एक विश्व कप में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा को पीछे छोड़ा जिनके नाम एक विश्व कप में चार शतक का रिकार्ड था।
रोहित हालांकि एक मामले में सचिन की बराबरी जरूर कर ले गए। सचिन के नाम छह विश्व कप में छह शतक हैं और वह विश्व कप के सभी संस्करणों में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। रोहित ने इस मामले में सचिन की बराबरी कर ली है। इस विश्व कप में पांच शतक के अलावा रोहित ने 2015 में खेले गए विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ एक शतक जमाया था।
रोहित ने इस विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 122, पाकिस्तान के खिलाफ 140, इंग्लैंड के खिलाफ 102 और पिछले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 104 रनों की पारियां खेलीं।
भारत को सेमीफाइनल में मिली हार लेकिन वर्ल्ड कप में जडेजा-धोनी की ऐतिहासिक साझेदारी ने जीता दिल
भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी विश्व कप-2019 के सेमीफाइनल में बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ सातवें विकेट के लिए विश्व कप में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड बनाया। यह साझेदारी हालांकि भारत को जीत नहीं दिला सकी और कीवी टीम 18 रनों से मैच जीत लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची।
भारत ने अपने छह विकेट महज 92 रनों पर ही खो दिए थे और हार की तरफ बढ़ रही थी लेकिन जडेजा और धोनी ने सातवें विकेट के लिए 116 रन जोड़कर टीम को मैच में बनाए रखा। हालांकि आखिरी ओवरों में दोनों खिलाड़ी पवेलियन लौट लिए।
यह किसी भी विश्व कप में सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी और पहली शतकीय साझेदारी है। इससे पहले वेस्टइंडीज के रेडली जैकब्स और रामनेरश सरवन ने 13 फरवरी 2003 को पोर्ट एलिजाबेथ में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही 98 रन जोड़े थे।
जडेजा और धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ही जैकब्स और सरवन के बनाए गए रिकार्ड को तोड़ा।
जडेजा ने 59 गेंदों पर चार चौके और चार छक्कों की मदद से 77 रन बनाए। धोनी ने 72 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाए।
भारत को मिली सेमीफाइनल में हार, भारत की हार का पोस्टमार्टम
10 जुलाई। न्यूजीलैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारत को 18 रनों से मात दे आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल में कदम रख लिया है। मंगलवार को बारिश के कारण पूरा न हो सका यह मैच बुधवार को पूरा हुआ। कीवी टीम ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारतीय टीम संघर्ष के बाद भी हासिल नहीं कर पाई और 49.3 ओवरों में सभी विकेट खोकर 221 रन ही बना सकी।
भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने 59 गेंदों पर 77 रनों की लाजवाब पारी खेली और महेंद्र सिंह धोनी ने 72 गेंदों पर 50 रन बनाए। इन दोनों के बीच हुई शतकीय साझेदारी भी भारत को जीत नहीं दिला सकी। अंत के ओवरों में अहम समय पर न्यूजीलैंड ने इन दोनों के विकेट लेकर भारत को हार सौंपी।
यह मैच मंगलवार को खेला जाना था लेकिन बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका था। बुधवार को मैच जब शुरू हुआ तो कीवी टीम ने मंगलवार के स्कोर 46.1 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 211 रनों के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया और 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 239 रन बनाए।
न्यूजीलैंड के लिए रॉस टेलर ने सबसे ज्यादा 74 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 90 गेंदों का सामना किया और तीन चौके तथा एक छक्का लगाया।
टेलर के अलावा कप्तान केन विलियम्सन ने 95 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 67 रनों की पारी खेली। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लिए।
भारत ही हार के विलेन►
भारतीय टॉप ऑर्डर बल्लेबाज का फ्लॉप होना
धोनी का 7वां नंबर पर बल्लेबाजी करने आना
ऋषभ पंत अच्छी पारी खेलने के बाद गलत शॉट खेलकर आउट होना
हार्दिक पांड्या भी बड़े शॉट्स खेलने के चक्कर में आउट
धोनी का रन आउट होना
रविंद्र जडेजा का आखिरी समय में आउट होना
पाटा पिचों की राजा मानी जाने वाली भारतीय टीम की अभी तक आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 में सिर्फ एक बार परीक्षा इंग्लैंड के खिलाफ हुई है। वहीं, वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले 25 मई को अभ्यास मैच में भारत को न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था। इन दोनों के बीच ग्रुप दौर में जो मैच होना था वो बारिश के कारण धुल गया था, लेकिन किस्मत इन दोनों को एक बार फिर आमने-सामने ले आई है वो भी सेमीफाइनल में।
ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले जाने वाले इस वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड मंगलवार को भिडेंगी।
भारत को शुरू से खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था वहीं कीवी टीम पर भी शुरू से ही सभी की नजरें थी। बड़े टूर्नामेंट में अधिकतर न्यूजीलैंड ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और इस बार भी वो सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही है। एक समय तो वह अंकतालिका में पहले स्थान पर थी। बाद में कुछ मैचों में हार के बाद उसे लीग दौर का अंत चौथे स्थान पर रहकर करना पड़ा।
पहले सेमीफाइनल में हालांकि कीवी टीम को भारत के खिलाफ अपनी पूरी ताकत से खेलना होगा क्योंकि भारतीय टीम बेहतरीन फॉर्म में है और उसे सिर्फ एक मैच में ही हार का सामना करना पड़ा है वो भी बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ जब वह 300 से ज्यादा के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई थी। हां, सवाल एक बार फिर यही है कि क्या विकेट बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग है?
फिर भी यहां मंगलवार को बारिश की भविष्यवाणी है। हो सकता है कि यहां हल्की फुल्की बारिश हो लेकिन ऐसी स्थिति में कीवी टीम का गेंदबाजी आक्रमण काफी खतरनाक हो जाता है। ट्रेंट बाउल्ट, लॉकी फग्र्यूसन, टिम साउदी और कोलिन डी ग्रांडहोम ऐसी स्थिति में किसी भी बल्लेबाजी को परेशान कर सकते हैं।
कीवी टीम के लिए हालांकि फग्र्यूसन की फिटनेस चर्चा का विषय है। टीम को हालांकि विश्वास है कि वह फिट हो जाएंगे लेकिन फिर भी फैसला मैच के दिन ही लिया जाएगा। कप्तान केन विलियम्सन ने खुले दौर पर स्वीकार किया है कि वह फग्र्यूसन पर काफी विश्वास करते हैं।
वहीं विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम चाहेगी कि आसमान साफ रहे। टीम ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंता सार्वजनिक नहीं की है लेकिन साफ तौर पर देखा गया है कि कोहली, रोहित शर्मा और लोकेश राहुल से सज्जित शीर्ष क्रम ने ही भारत के लिए रन किए हैं और जब मध्य क्रम के टीम को संभालने की बारी आई तो वह असफल रहा।
रोहित ने इस टूर्नामेंट में आठ पारियों में 647 रन बनाए हैं और पांच शतक लगाए हैं। उनके बाद कप्तान कोहली का नंबर है जिन्होंने पाच अर्धशतक के साथ 447 रन बनाए हैं। तीसरे नंबर पर राहुल हैं जिनके नाम 360 रन हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस सूची में अगला नाम महेंद्र सिंह धोनी का है जिन्होंने 223 रन बनाए हैं।
यह साफ है कि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार और भारतीय स्पिनरों ने दम दिखाया है लेकिन मध्य क्रम को आगे आना होगा।
श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पिछले मैच में टीम ने स्पिन में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा पर भरोसा दिखाया था। अब देखना होगा कि क्या टीम प्रबंधन इसी संयोजन के साथ जाता है या इसमें बदलाव करता है।
इस मैच में हालांकि काफी कुछ विकेट और मौसम पर भी निर्भर है। अगर बादल छाते हैं तो हो सकता है कि भारत सिर्फ एक स्पिनर के साथ खेले और मयंक अग्रवाल को शामिल कर अपनी बल्लेबाजी मजबूत करे।