ICC NEW RULES FOR T20I: अक्सर ही क्रिकेट मैच अपने निर्धारित समय पर पूरे नहीं हो पाते, जिस वजह से कई बार टीम्स को पेनल्टी भी भरनी पड़ती है। इसके बावजूद कई बार ऐसा देखा गया है कि फील्डिंग साइड अपनी प्लेनिंग-प्लोटिंग के चक्कर में स्लो ओवर रेट करने से पीछे नहीं हटती। इसी को ध्यान में रखते हुए अब आईसीसी यानि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल टी20 फॉर्मेट के लिए दो नए नियम लेकर आई है, जिसकी मदद से स्लो ओवर रेट की परेशानी से पार पाया जा सकता है।
टी20 के दौर में बल्लेबाज ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने लगे हैं, बल्लेबाजों का ये अंदाज इनिंग के अंतिम ओवरों में और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है जिस वजह से फिल्डिंग साइड का कैप्टन, बॉलर के साथ टाइम लेकर गेंदबाजी करना पसंद करता है। फिल्डिंग साइड के इस रवैये के कारण अक्सर ही गेम धीमा हो जाता है और मैच निर्धारित समय पर समाप्त नहीं हो पाता। लेकिन अब आईसीसी के नए नियम के अनुसार अगर कोई टीम निर्धारित समय में अपने ओवर पूरे नहीं कर पाती, तो ऐसे में टीम को निर्धारित समय के बाद बचे हुए ओवरों में 30 गज के घेरे के बाहर एक खिलाड़ी का नुकसान उठाना पड़ेगा। यानि इनिंग के लास्ट ओवरों में वो टीम घेरे के बाहर अब एक खिलाड़ी को कम रख सकेगी।
आसान भाषा में समझे तो, अगर टी20 गेम में आज 'टीम ए' लास्ट के 6 ओवरों में 5 खिलाड़ियों को 30 गज के दायरे के बाहर फील्डिंग पर लगा सकती है, पर उन्हें अपने 20 ओवर 10:00 बजे तक पूरे करने है। लेकिन, टीम जब बॉलिंग करने आई तो उन्होंने अपना निर्धारित समय यानि 10:00 बजे तक सिर्फ 18 ओवर ही डाले। इनिंग का समय पूरा हो चुका है, लेकिन टीम ए को अभी भी दो ओवर करने बाकि है। अब गेम में आईसीसी द्वारा जारी की गया नया नियम लागू होगा क्योंकि टीम निर्धारित समय में अपने ओवर पूरे नहीं कर पाई। ऐसे में अब टीम ए को अपने बचे हुए दोनों ओवर यानि 19वें और 20वें ओवर के दौरान एक खिलाड़ी का नुकसान झेलना पड़ेगा, टीम अंतिम दो ओवरों में जब बल्लेबाज छक्के-चौके मारने की ही कोशिश करने वाला है, उस दौरान ना चाहते हुए भी एक अधिक खिलाड़ी 30 गज के घेरे के अंदर रखेगी। जिसका सीधा फायदा बल्लेबाज को मिलेगा।
Changes to T20I Playing Conditions come into effect https://t.co/RevgbZWOAl via @ICC
— ICC Media (@ICCMediaComms) January 7, 2022