AUS vs IND: पहले दिन भारत ने मैदान पर की 3 बड़ी गलतियां, पहले ने भारत को बैकफुट पर धकेला
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी के मैदान पर खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट के नुकसान पर 166 रन बना लिए है। इस मुकाबले
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी के मैदान पर खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट के नुकसान पर 166 रन बना लिए है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के तरफ से विल पुकोवस्की ने डेब्यू करते हुए 62 रनों की शानदार पारी खेली और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मार्नस लाबुशेन भी 67 रनों के साथ अभी भी क्रीज पर मौजूद है।
हालांकि पहले दिन भारतीय खिलाड़ियों ने कुछ बड़ी गलतियां की जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया ने मैच में पकड़ बना ली। आइये नजर डालते है ऐसी ही उन तीन बड़ी गलतियों पर।
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1) ऋषभ पंत से लगातार कैच का छूटना- ऑस्ट्रेलिया की तरफ से डेब्यू करने वाले बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने मैच में बेहतरीन 62 रनों की पारी खेली। इस दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत के पास दो बार ऐसे मौके है जब वो पुकोवस्की का कैच पकड़ सकते थे लेकिन दो ओवरों के अंतराल में उन्होंने पुकोवस्की के दो मैच छोड़े। पहला मौका पारी के 22वें ओवर में आया जब आर अश्विन ने पुकोवस्की का कैच छोड़ा। इसके अलावा 25वें ओवर में एक और मौका बना जब मोहम्मद सिराज की गेंद पर पुकोवस्की ने एक शॉट खेलने की कोशिश की और गेंद सीधे पंत के दस्ताने में जा रही थी लेकिन पंत ने इस मौके को भी गवां दिया।
2) नवदीप सैनी को देर से गेंद थमाना - भारत की तरफ से तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने अपना टेस्ट डेब्यू किया लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सैनी को गेंद देने में बहुत देर कर दी। भारत की गेंदबाजी की शुरुआत जसप्रीत बुमराह ने की फिर मोहम्मद सिराज ने उनका साथ दिया। 14वें ओवर में भारत ने गेंदबाजी में अपना पहला बदलाव किया और ऐसा लगा कि सैनी गेंदबाजी में आएंगे लेकिन दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन को गेंदबाजी की कमान मिली। आखिरकार पारी के 31 ओवर में नवदीप सैनी को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया। सैनी ने किसी को निराश नहीं किया और पारी के 35वें ओवर में सेट बल्लेबाज विल पुकोवस्की एलबीडबल्यू के माध्यम से चलता किया।
3) रविंद्र जडेजा को कम ओवर देना - पहले दिन के खेल खत्म होने से पहले स्पिनर आर अश्विन को पिच से काफी मदद मिल रही थी और अगर उनके जोड़ीदार रविंद्र जडेजा भी गेंदबाजी के लिए जल्दी आते तो शायद वो तब क्रीज पर जमे स्टीव स्मिथ और लाबुशेन के लिए थोड़ी दिक्कत पैदा कर सकते थे। लेकिन कप्तान रहाणे ने जडेजा को 49वें ओवर में गेंदबाजी पर बुलाया और पहले दिन वो सिर्फ 3 ही ओवर कर सकें। हालंकि जडेजा ने इन 3 ओवरों में बल्लेबाजों को बांध रखा था और सिर्फ 2 रन ही खर्च किए।