ये खबर आग की तरह फ़ैली कि अफगानिस्तान के क्रिकेटर मोहम्मद शहजाद ग्राउंड पर सिगरेट (इलेक्ट्रिक) पी रहे थे। ये किस्सा शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम का है और मिनिस्टर ढाका के क्रिकेटर को कोमिला विक्टोरियन के विरुद्ध मैच शुरू होने के इंतजार के दौरान सिगरेट पीते देखा गया। उस वक्त शहजाद, हमवतन करीम जानत और फजलहक फारूकी के साथ थे। शायद शहजाद ने गड़बड़ ये कर दी कि ग्राउंड पर सिगरेट पी। कोड ऑफ़ कंडक्ट तोड़ने का उन पर जो आरोप लगा उसमें भी यही लिखा है।
क्या शहजाद ऐसे पहले क्रिकेटर हैं जिन्हें सिगरेट का धुंआ उड़ाते देखा गया? क्रिकेट इतिहास की किताबों के पेज पलटिए तो उंगलियों में सिगरेट या सिगार दबाए ढेरों क्रिकेटरों की फोटो मिल जाएंगी- इनमें से कई तो क्रिकेट जर्सी में थे। लिस्ट में पुराने जमाने के फ्रेड ट्रूमैन (वे तब एक फैन को ऑटोग्राफ दे रहे थे), डेनिस कॉम्पटन ,बिल एड्रिच, सीबी फ्राई, सर जैक हॉब्स, वाल्टर हैमंड, चार्ली पार्कर, फ़्रेडी ब्राउन, इयान पीबल्स, जैक मैकब्रायन, रे ईस्ट और रॉबिन जैकमैन तथा न्यूजीलैंड के चार्ल्स एस डेम्पस्टर जैसों का नाम है। उसके बाद के दौर में ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न (अल्फ्रेड डनहिल लिंक्स गोल्फ चैंपियनशिप के दौरान) और डेविड बून, इंग्लैंड के फिल टफनेल, सर इयान बॉथम, माइक हेंड्रिक, वेस्ट इंडीज के सर विव रिचर्ड्स और भारत के के श्रीकांत तथा मौजूदा दौर में क्रिस गेल, आरोन फिंच, टॉम कुर्रन तथा हार्दिक पांड्या जैसों का नाम भी है। फर्क ये है कि इनमें किसी का भी नाम ग्राउंड पर सिगरेट पीने में नहीं आया।
सिगरेट या यूं कहें कि धुंआ उड़ाने के दो किस्से खूब चर्चा में रहे हैं। आईपीएल 2020 के दौरान, राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध आरसीबी के रन चेज के आखिरी ओवर में, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज आरोन फिंच को ड्रेसिंग रूम के अंदर धुंआ उड़ाते पकड़ा टीवी कैमरे ने। खिलाड़ियों के चेहरे पर तनाव भांपने कैमरा मुड़ा ड्रेसिंग रूम की तरफ और तब फिंच को धुंआ छोड़ते और एक और कश लेते हुए देख लिया। क्या ड्रेसिंग रूम में इसकी इजाजत है?