ENG vs PAK: क्रिस वोक्स ने रोमांचक जीत में रचा इतिहास, मैनचेस्चर में चौथे दिन बने 4 रिकॉर्ड
पाकिस्तान के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने मैच के चौथे दिन 3 विकेटों की रोमांचक जीत हासिल की। 277 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम एक
पाकिस्तान के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने मैच के चौथे दिन 3 विकेटों की रोमांचक जीत हासिल की। 277 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम एक समय हार के कगार पर खड़ी थी लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर और ऑलराउंडर क्रिस वोक्स के साहसिक पारियों की मदद से इंग्लैंड ने पाकिस्तान को पटखनी दी। मैच में क्रिस वोक्स ने 84 रन तथा जोस बटलर ने 75 रन बनाये और इंग्लैंड की जीत के सूत्रधार बने। कल मैच के चौथे दिन कुछ खास रिकॉर्ड बने जिसपर एक नजर डालते है।
मैनचेस्टर में दूसरी सबसे बड़ी जीत
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इंग्लैंड की टीम ने मैनचेस्टर में हुए टेस्ट मैच में पाकिस्तान के दिये गए 277 रनों के लक्ष्य को 3 विकेट रहते हुए हासिल कर लिया। यह मैनचेस्टर के मैदान पर रनों का पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले यह कारनामा इंग्लैंड ने साल 2008 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 294 रन बना कर किया था।
पांच विकेट गिर जाने के बाद दूसरी सबसे बड़ी जीत
इंग्लैंड ने 277 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने 5 विकेट महज 117 रन पर खो दिए थे। लेकिन बचे हुए 260 रनों को बनाकर लक्ष्य को हासिल कर लिया। 5 विकेट गिर जाने के बाद इंग्लैंड ने इससे बड़ी जीत साल 1907 में ओवल के मैदान पर किया था। तब इंग्लैंड की टीम 263 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी लेकिन उनके 5 विकेट 48 रन ही गिर गए। इसके बाद बचे हुए बल्लेबाजों ने 215 रन और जोड़े और 263 रनों के लक्ष्य को wk विकेट रहते हासिल कर लिया।
क्रिस वोक्स के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज
क्रिस वोक्स ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 84 रन बनाए। यह सातवें नंबर या उसके नीचे बल्लेबाजी करते हुए , लक्ष्य का पीछा करते हुए पांचवा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है।
ऐसा करने वाले दूसरे सबसे युवा गेंदबाज बने नसीम शाह
17 साल 175 दिन की उम्र में नसीम शाह ने 42 के निजी स्कोर पर इंग्लैंड के कप्तान जो रुट को आउट किया। इसी के साथ वो इंग्लैंड कप्तान को आउट करने वाले दूसरे सबसे युवा गेंदबाज बन गए है। इससे पहले यह कारनामा भारत के पीयूष चावला ने 2006 के मोहाली टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान एंड्रू फ्लिंटॉफ को आउट करके किया था। तब चावला 17 साल और 79 दिन के थे।