10 अगस्त, नई दिल्ली (CRICKETNMORE)। नस्लवाद एक सदियों पुरानी सामाजिक बुराई है जो भारतीय समाज में मौजूद है और इसने खेल की दुनिया में कई खिलाड़ियों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद नस्लवाद पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बुधवार को एक ट्वीट किया है और कहा कि "निष्पक्ष केवल सुंदर या सुंदर नहीं है"। गोरे लोग ही सिर्फ हैंडसम लोग नहीं होते।
मौजूदा श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के साथ मौजूद मुकुंद ने ये भी आशा व्यक्त की स्किन के रंग को लेकर लोगों की मानसिकता बदलेगी।
अभिनव मुकुंद ने ट्विटर पर अपनी पोस्ट में लिखा " मैं 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहा हूं और मैंने धीरे-धीरे सफलता की सीढियां चढ़ी औऱ वहां पहुंचा जहां आज में हूं। इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। मैं आज सहानुभूति पानें या ध्यान आर्कषित करने के लिए नहीं लिख रहा बल्कि इस उम्मीद से कि उस मुद्दे पर लोगों की सोच बदल पाऊं जिसके बारे में मैं सबसे ज्यादा सोचता हूं।”क्रिकेटर मनोज तिवारी की वाइफ है बला की खूबसूरत, देखिए PHOTOS
— Abhinav mukund (@mukundabhinav) August 9, 2017