भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा के लिए ये साल बेहद निराशाजनक रहा है और वो एक-एक रन के लिए जूझते हुए नजर आ रहे हैं। अपने पूरे टेस्ट करियर में 4301 रन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस साल 14 टेस्ट में सिर्फ़ 24.76 की औसत से रन बनाए हैं और पिछले छह मैचों में से पांच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित ने 6.20 की औसत से सिर्फ़ 31 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 10 रहा है। उन्होंने दो मैचों में नंबर 6 पर बल्लेबाजी की और जब ये उनके लिए कारगर नहीं रहा, तो उन्होंने खुद को फिर से ओपनिंग स्लॉट में शामिल कर लिया, लेकिन उनका ये पैंतरा भी टीम इंडिया और उनके काम नहीं आया और फॉर्म में चल रहे केएल राहुल को नंबर 3 पर भेजना टीम इंडिया को भारी पड़ गया।
यही कारण है कि रोहित शर्मा इस समय हर किसी के निशाने पर हैं और मेलबर्न में मिली हार के बाद तो उनके संन्यास की अटकलें भी तेज हो गई हैं। इसी बीच पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने रोहित को लेकर एक तीखा बयान दिया है। पठान ने कहा है कि अगर वो कप्तान ना होते तो इस समय उनकी टीम में जगह भी ना बनती। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कमेंट्री के दौरान कहा, “एक खिलाड़ी जिसने लगभग 20,000 रन बनाए हैं, फिर भी जिस तरह से रोहित अब संघर्ष कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि उनका फॉर्म उनका बिल्कुल भी साथ नहीं दे रहा है। अब जो हो रहा है वो ये है कि वो कप्तान हैं, इसलिए वो खेल रहे हैं। अगर वो कप्तान नहीं होते, तो शायद वो अभी नहीं खेल रहे होते। आपके पास एक तय टीम होती। केएल राहुल शीर्ष पर खेल रहे होते। (यशस्वी) जायसवाल होते। शुभमन गिल होते।"