Advertisement

VIDEO: झारखंड को जीत के लिए चाहिए थे 12 रन, ईशान किशन ने लगातार दो छक्के लगाकर जिता दिया मैच

बुची बाबू टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में झारखंड की टीम ने शानदार जीत हासिल करके विजयी आगाज़ किया। इस दौरान किशन ने पहली पारी में शतक लगाया जबकि दूसरी पारी में लगातार दो छक्के लगाकर मैच खत्म किया।

Advertisement
VIDEO: झारखंड को जीत के लिए चाहिए थे 12 रन, ईशान किशन ने लगातार दो छक्के लगाकर जिता दिया मैच
VIDEO: झारखंड को जीत के लिए चाहिए थे 12 रन, ईशान किशन ने लगातार दो छक्के लगाकर जिता दिया मैच (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Aug 18, 2024 • 03:01 PM

भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ ईशान किशन ने बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट में धमाकेदार आगाज़ किया है। मध्य प्रदेश के खिलाफ पहले मुकाबले में किशन ने आठ विकेट गिर जाने के बावजूद अपनी टीम को शानदार जीत दिला दी। जब झारखंड को जीत के लिए बारह रन की जरूरत थी और उनके हाथ में सिर्फ 2 विकेट थे तभी ईशान किशन ने दो स्वीप शॉट पर छक्के लगाकर झारखंड को मध्य प्रदेश के खिलाफ जीत दिला दी।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
August 18, 2024 • 03:01 PM

किशन, जिन्होंने पिछली पारी में 114* रन बनाए थे, इस पारी में 58 गेंदों पर नाबाद 41* रन बनाकर मुश्किल रन चेज में अपनी टीम को जीत दिलाई। इस मैच में चाहे किशन की विकेटकीपिंग हो या बल्लेबाजी, उन्होंने दोनों में ही असरदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को जीत तक ले गए। इस बीच सोशल मीडिया पर किशन के द्वारा लगाए गए दोनों छक्के काफी वायरल हो रहे हैं।

Trending

आपको बता दें कि लाल गेंद के क्रिकेट में वापसी करते हुए, ईशान किशन ने शानदार प्रदर्शन किया है। किशन की फॉर्म में वापसी का संकेत शुरू से ही मिल गया था क्योंकि उन्होंने स्टंप के पीछे तीन शानदार कैच लिए और फिर पहली पारी में शानदार शतक बनाया। 86 गेंदों पर 114 रनों की उनकी पारी में नौ छक्के शामिल थे, जिसमें बैक-टू-बैक छक्कों ने उनका शतक पूरा किया। इस पारी की बदौलत झारखंड ने मध्य प्रदेश के पहली पारी के 225 रनों के स्कोर को पार कर लिया और वो मजबूत स्थिति में पहुंच गए।

Also Read: पेरिस ओलंपिक 2024

हालांकि, किशन का सबसे महत्वपूर्ण योगदान दूसरी पारी में आया, जहां उन्होंने झारखंड को मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दिलाई, जिसमें उन्होंने अपने संयम और मैच जीतने की क्षमता का प्रदर्शन किया। घरेलू क्रिकेट में उनकी वापसी ने निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय टीम में उनकी संभावित वापसी के बारे में चर्चाओं को फिर से हवा दे दी है। ये ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस साल की शुरुआत में, श्रेयस अय्यर के साथ किशन को कई घरेलू मैचों में अनुपस्थित रहने के बाद बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध रोस्टर से बाहर कर दिया गया था। किशन की घरेलू सर्किट से अनुपस्थिति और बोर्ड, विशेष रूप से सचिव जय शाह के साथ उनके संवाद की कमी को इस निर्णय में महत्वपूर्ण कारक माना गया।

Advertisement

Advertisement