भारतीय क्रिकेट टीम में सात साल बाद वापसी करने वाले करुण नायर इंग्लैंड दौरे पर टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी होने वाले हैं। इंग्लैंड के खिलाफ 2018 सीरीज के अंतिम मैच के लिए बाहर किए जाने के बाद से करुण ने सात साल में पहली बार टेस्ट टीम में वापसी की है और वो चाहेंगे कि इस इंग्लैंड दौरे पर वो ऐसी छाप छोड़ें कि पिछले सात सालों की कसर पूरी हो जाए।
अपनी भारतीय टीम में वापसी पर करुण नायर ने दिल खोलकर बातें की और कहा है कि राष्ट्रीय टीम से दूर रहने के दौरान उन्हें खराब दौर से गुज़रना पड़ा था, जिसके बाद उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी गई थी। 2022 के घरेलू सत्र के बाद, नायर को कर्नाटक ने सभी प्रारूपों से बाहर कर दिया था। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने नॉर्थम्पटनशायर के साथ काउंटी चैंपियनशिप अनुबंध के ज़रिए वापसी करने से पहले लगभग 14 महीने तक कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला।
नायर ने ये भी खुलासा किया कि एक बड़े भारतीय क्रिकेटर ने कहा था कि उन्हें भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेकर टी-20 लीग्स पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इन लीग्स में खेलकर उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिलेगी। डेली मेल को दिए एक इंटरव्यू में नायर ने बताया, "मुझे अभी भी याद है कि एक बड़े भारतीय क्रिकेटर ने मुझे फोन करके कहा था कि आपको संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि इन लीग्स में मिलने वाला पैसा मुझे सुरक्षित बनाएगा। ऐसा करना मेरे लिए आसान होता, लेकिन मुझे पता था कि पैसे के बावजूद, मैं इतनी आसानी से संन्यास लेने के लिए खुद को कोसता रहूंगा। मैं भारत के लिए फिर से खेलना कभी नहीं छोड़ने वाला था। ये सिर्फ़ दो साल पहले की बात है और अब हम कहां हैं। ये पागलपन है, लेकिन अंदर से मुझे पता था कि मैं काफी अच्छा हूं।"