'किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता', हार्दिक पांड्या के GT छोड़ने पर शमी का बेबाक बयान
आईपीएल 2024 से पहले हार्दिक पांड्या गुजरात टाइटंस का साथ छोड़कर मुंबई इंडियंस में शामिल हो गए हैं। उनके जीटी का साथ छोड़ने पर जब मोहम्मद शमी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने दो टूक में जवाब दिया।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीज़न से पहले हार्दिक पांड्या ने गुजरात टाइटंस का दामन छोड़कर मुंबई इंडियंस का साथ पकड़ लिया।पांड्या पिछले दो सीजन में गुजरात के कप्तान थे और दोनों अवसरों पर, उन्होंने उन्हें फाइनल तक पहुंचाया। फ्रैंचाइज़ी ने 2021 में अपना पहला खिताब जीता और अगले साल, उन्होंने फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से हारने के बाद उपविजेता के रूप में टूर्नामेंट समाप्त किया।
हालांकि, आईपीएल 2024 से पहले पांड्या के एमआई में ट्रेड होने से फैंस के होश उड़ गए और अब जब भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से हार्दिक पांड्या के गुजरात का साथ छोड़ने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बेबाक अंदाज़ में जवाब देते हुए कहा कि किसी के भी जाने से किसी टीम को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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न्यूज़ 24 के साथ बातचीत के दौरान शमी ने कहा, "किसी के जाने से किसी को फर्क नहीं पड़ता। आपको टीम का संतुलन देखना होगा। हार्दिक वहां था, उसने अच्छी तरह से कप्तानी की। वो हमें दोनों संस्करणों में फाइनल में ले गया और हम एक बार जीतने में भी सफल रहे। लेकिन गुजरात ने जीवन भर के लिए हार्दिक को साइन नहीं किया था। ये टीम में रहने या छोड़ने का निर्णय है। शुभमन को अब कप्तान बनाया गया है, वो भी अनुभव प्राप्त करेगा। किसी दिन, वो भी टीम छोड़ सकता है और ये खेल का एक हिस्सा है। खिलाड़ी आते हैं और जाते हैं।”
आगे बोलते हुए शमी ने कहा, “जब आप कप्तान बन जाते हैं, तो अपने प्रदर्शन का ध्यान रखते हुए जिम्मेदारी को संभालना महत्वपूर्ण होता है और उस जिम्मेदारी को इस बार शुभमन को सौंपा गया है। उसके दिमाग में कुछ भार हो सकता है, लेकिन खिलाड़ी कमोबेश समान हैं। इसलिए उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपको खिलाड़ियों को अच्छी तरह से प्रबंधित करने और अपने खिलाड़ियों में से सर्वश्रेष्ठ निकालने की आवश्यकता है।”
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आपको बता दें कि शमी को वर्ल्ड कप 2023 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया था और हाल ही में उन्हें भारत की राष्ट्रपति, द्रौपदी मुरमू द्वारा राष्ट्रपति भवन में अर्जुन पुरस्कार दिया गया था। भारत का दूसरा सबसे बड़ा एथलेटिक सम्मान अर्जुन पुरस्कार, पिछले चार वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन के लिए दिया गया है।