लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने नाबाद और जुझारू 61 रन की पारी खेली थी। इसे उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक माना जा रहा है। पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने कहा कि मैच के अंत में जडेजा की एक महत्वपूर्ण रणनीतिक गलती के कारण भारत को जीत से हाथ धोना पड़ा। भारत ने यह मैच 22 रन से गंवाया।
अनिल कुंबले ने कहा कि शोएब बशीर की गेंद पर पुछल्ले बल्लेबाज मोहम्मद सिराज को एक पूरा ओवर देना ऐसा फैसला था, जो भारी पड़ गया। अगर किसी को जोखिम उठाकर आउट होना ही था, तो वह जडेजा को होना चाहिए था, सिराज को नहीं। जब जीत के लिए सिर्फ 23 रन चाहिए थे, तब सिराज को बशीर का पूरा ओवर खेलने के लिए देना एक गलती थी।
जडेजा पांचवें दिन सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए तब आए, जब 193 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम 71 पर 5 विकेट गंवाकर मुश्किल में थी। उन्होंने संयम और नियंत्रण के साथ बल्लेबाजी की और लगातार विकेट गिरने के बावजूद धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ाया। उनकी नाबाद 61 रनों की पारी ने भारत को जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया था। लेकिन, बशीर की एक गेंद, जिसे सिराज ने रोक लिया था, घूमते हुए विकेट में जा लगी और भारत की रोमांचक और यादगार जीत की उम्मीद टूट गई।