तीन-तीन बार IPL फाइनल खेल चुके हैं ये खिलाड़ी लेकिन अब तक नहीं मिला ट्रॉफी उठाने का सुख
IPL के फाइनल तक पहुंचना हर खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के लिए ये सपना अब तक अधूरा ही रहा है।

IPL के फाइनल तक पहुंचना हर खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के लिए ये सपना अब तक अधूरा ही रहा है। युजवेंद्र चहल, राहुल त्रिपाठी और मोहित शर्मा जैसे नाम तीन-तीन बार खिताबी मुकाबले में उतरे, लेकिन ट्रॉफी एक बार भी हाथ नहीं लगी। हर बार उम्मीद बनी, प्रदर्शन भी शानदार रहा, मगर किस्मत ने साथ नहीं दिया। IPL इतिहास में ये खिलाड़ी अब उन नामों में शामिल हो चुके हैं जो फाइनल में तो पहुंचे, पर अभी तक चैंपियन नहीं बन पाए हैं।
युजवेंद्र चहल
IPL 2025 का फाइनल भले ही RCB ने जीत लिया हो, लेकिन एक खिलाड़ी के लिए ये फिर से दर्दभरी रात साबित हुई। हम बात कर रहे हैं युजवेंद्र चहल की, जिनके हाथ तीसरी बार भी IPL ट्रॉफी नहीं लग सकी। चहल का पहला IPL फाइनल 2016 में था, जब RCB ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच गंवाया था। इसके बाद 2022 में राजस्थान रॉयल्स के साथ उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ फाइनल खेला, लेकिन जीत नहीं मिली। अब 2025 में पंजाब किंग्स के साथ तीसरे फाइनल में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मोहित शर्मा
चहल ही नहीं, कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने IPL फाइनल तो खेले, लेकिन कभी ट्रॉफी नहीं जीती। दिल्ली कैपिटल्स के मोहित शर्मा भी ऐसी ही लिस्ट में हैं। वो 2013 और 2015 में CSK के साथ और 2023 में गुजरात टाइटंस के साथ फाइनल हार चुके हैं।
राहुल त्रिपाठी
राहुल त्रिपाठी का नाम भी खास है, क्योंकि वो तीन अलग-अलग टीमों के साथ तीन फाइनल हार चुके हैं 2017 में पुणे सुपरजायंट्स, 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स और 2024 में सनराइजर्स हैदराबाद।
इसके अलावा कई बड़े नाम जैसे एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, अक्षर पटेल और जयदेव उनादकट भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो IPL फाइनल में दो बार खेले लेकिन दोनों बार हारे और चैंपियन नहीं बन पाए।
आईपीएल फाइनल में दो में से दो बार हार झेलने वाले खिलाड़ी:
- एबी डिविलियर्स- (2 में से 2 फाइनल हारे)
- क्रिस गेल (2 में से 2 फाइनल हारे)
- शिमरोन हेटमायर (2 में से 2 फाइनल हारे)
- जहीर खान (2 में से 2 फाइनल हारे)
- अक्षर पटेल (2 में से 2 फाइनल हारे)
- मार्कस स्टोइनिस (2 में से 2 फाइनल हारे)
- सौरभ तिवारी (2 में से 2 फाइनल हारे)
- जयदेव उनादकट (2 में से 2 फाइनल हारे)
- एस अरविंद (2 में से 2 फाइनल हारे)
- लक्ष्मीपति बालाजी (2 में से 2 फाइनल हारे)