भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के आखिरी ग्रुप चरण में भारत की जीत में फील्डिंग से अपने योगदान के लिए 'फील्डर ऑफ द मैच' का मेडल जीता। कीवी टीम के खिलाफ जीत के बाद, भारत के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों को संबोधित किया और फील्डिंग में उनके प्रयासों की सराहना की।
हालांकि, इस दौरान एक मज़ेदार घटना भी घटित हुई जब बेस्ट फील्डर का मेडल ही ड्रेसिंग रूम में गायब हो गया और हर कोई मेडल ढूंढने लगा। आखिरकार जब मेडल मिला तो प्रशिक्षण सहायक उदेनाका नुवान सेनेविरत्ने ने कोहली को बेस्ट फील्डर का मेडल दिया। ये विराट का 300वां वनडे मैच भी था। कोहली बल्ले से तो कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन फील्डिंग में उन्होंने अपना सबकुछ झोंक दिया।
बेस्ट फील्डर का अवॉर्ड देने से पहले फील्डिंग कोच टी दिलीप ने कहा, "हम हमेशा बेहतरीन फील्डिंग यूनिट के बारे में बात करते हैं, मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आप किस तरह से सक्रिय रहते हैं। मैंने खेल के अलग-अलग पहलुओं के बारे में सोचा। जिस तरह से हमने मिचेल के आने पर खुद को संभाला और वो स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाए। जिस तरह से आउटफील्ड से गोलियाों की तरह थ्रो फेंके गए वो काफी शानदार रहा।"