वर्ल्ड कप 2011 के 11 में से 10 खिलाड़ियों ने लिया संन्यास, बचा केवल 1 जो खेल सकता है 2027 वर्ल्ड कप
2011 Cricket World Cup के IND vs SL फाइनल मुकाबले की प्लेइंग 11 पर अगर एक नजर डालें तो पाएंगे कि इनमें 10 खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया है। विराट कोहली बचे हैं।
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने श्रीलंका (IND vs SL) को हराकर 2011 वर्ल्ड कप (World Cup 2011) का खिताब अपने नाम किया था। सितारों से सजी उस टीम में शामिल 11 खिलाड़ियों में से 10 ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। लेकिन, 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में शामिल एक खिलाड़ी ऐसा भी है जो अब तक क्रिकेट खेल रहा है। ये खिलाड़ी 2023 वर्ल्ड कप में तो अपना जलवा बिखेरेगा ही इसके अलावा इस दिग्गज खिलाड़ी की फिटनेस को देखकर ऐसा लगता है कि वो आराम से 2027 वर्ल्ड कप भी खेल लेगा। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली हैं।
विराट कोहली World Cup 2011 के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे। वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आए किंग कोहली ने उस मैच में गौतम गंभीर के साथ मिलकर मजबूत साझेदारी की थी। विराट कोहली ने फाइनल मुकाबले में 49 गेंदों पर 35 रन बनाए थे।
Trending
विराट कोहली तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर आउट हुए थे। 2008 में अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले विराट कोहली अब तक भारत के लिए तीन वर्ल्ड कप 2011, 2015 और 2019 में टीम का हिस्सा रह चुके हैं। 2019 वर्ल्ड कप में विराट कोहली टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए नजर आए थे जहां सेमीफाइनल मुकाबले में टीम को न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
फाइनल मुकाबले में चमके थे गौतग गंभीर और एम एस धोनी: टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। गौतम गंभीर ने उपयोगी 97 रनों की पारी खेली वहीं टीम इंडिया के कप्तान एम एस धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल मुकाबले की प्लेइंग इलेवन पर एक नजर: वीरेन्द्र सहवाग, सचिन रमेश तेंदुलकर, गौतम गंभीर, विराट कोहली, युवराज सिंह, एमएस धोनी, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, जहीर खान, मुनाफ पटेल, शांताकुमारन श्रीसंत।
यह भी पढ़ें: मटन रोल खाने के लिए विराट कोहली ने जोखिम में डाली थी जान