गुजरात जाएंट्स ने सोमवार को इकाना के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए लीजेंड्स लीग क्रिकेट लीग के अपने दूसरे मैच में मणिपाल टाइगर्स को 2 विकेट से हरा दिया। यह गुजरात की लगातार दूसरी जीत है जबकि मणिपाल को लगातार दूसरी हार मिली है।
अपने गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के दम पर गुजरात ने पहले गेंदबाजी करते हुए मणिपाल टाइगर्स को 120 रनों पर रोका और फिर गुजराती ब्वाय पार्थिव पटेल की 17 गेंदों पर 34 रन की आतिशी पारी तथा पहले मैच में 106 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले केविन ओब्रायन (23) एवं थिसारा परेरा (22) की उम्दा पारियों की मदद से 17.2 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
मणिपाल टाइगर्स के लिए क्रिस मोफू, कप्तान हरभजन सिंह और जोगिंदर शर्मा ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए दो-दो विकेट लिए। सुपर सब के तौर पर खेल रहे मुथैया मुरलीधरन ने भी दो विकेट लिए।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट लीग अपने दूसरे चरण में लखनऊ पहुंचा है। मंगलवार को कोई मैच नहीं है जबकि लखनऊ चरण का अंतिम मैच बुधवार को खेला जाएगा। इसके बाद सभी टीमें दिल्ली का रुख करेंगी, जहां तीन मुकाबले खेले जाएंगे।
इससे पहले, गुजरात जाएंट्स ने मणिपाल टाइगर्स को 120 रनों पर रोक दिया। गुजरात ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए लगातार अंतराल पर मणिपाल के विकेट चटकाए। पिछले मैच के हीरो रहे लोकल ब्वॉय मोहम्मद कैफ (24) ने एक अन्य लोकल ब्वॉय रविकांत शुक्ला (32) के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी कर हालात को संभालने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे।
राय बरेली निवासी रविकांत मणिपाल के सर्वोच्च स्कोरर रहे। रविकांत ने 32 गेंदों का सामना कर दो चौके लगाए। कैफ ने 29 गेंदों पर 2 चौके और एक छक्का लगाया। अंतिम पलों में कप्तान हरभजन सिंह ने तूफानी अंदाज में खेलते हुए 9 गेदों पर 1 चौके और 2 छक्कों की मदद से 18 रन बनाए।
प्वाइंट्स टेबल पर टॉप पर चल रही गुजरात की ओर से अशोक डिंडा और तिलकरत्ने दिलशान ने दो-दो विकेट लिए जबकि रयाड इमरिट और थिसारा परेरा को एक-एक सफलता मिली। गुजरात के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने बड़ी समझदारी से सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट का सीजन 2 चार-टीमों का फ्रैंचाइजी मॉडल है। कोलकाता और लखनऊ के अलावा इसके मैच नई दिल्ली, कटक और जोधपुर में भी खेले जाएंगे। लीजेंड्स लीग में सिर्फ महिला मैच अधिकारियों की भागीदार सुनिश्चित की गई है। क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, किसी टूर्नामेंट की सभी अधिकारी महिलाएं हों और वे सभी आईसीसी में सूचीबद्ध हैं।