साल 1952 में मद्रास में पहली बार टेस्ट जीत हासिल करने के लगभग 2 महीनें बाद भारतीय टीम ने विजय हजारे की कप्तानी में इंग्लैंड का दौरा किया।
इंग्लैंड की सरजमीं पर तब 29 टेस्ट मैच खेले गए जिसमें भारतीय टीम का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा। इस दौरान मेहमानों ने 4 मैचों में जीत हासिल की और 5 में उन्हें हार मिली। हालांकि 4 मैचों की आधिकारिक टेस्ट सीरीज में भारत को 3-0 से हार मिली।
1952 के इस इंग्लैंड दौरे पर भारत के कुछ दिग्गज मौजूद नहीं थे जिसमें लाला अमरनाथ और मुश्ताक अली का नाम शामिल था। इसके अलावा बेहरतीन बल्लेबाज विजय मर्चेंट ने हाल ही में संन्यास लिया था। भारतीय बल्लेबाजों को 21 साल के फ्रेड ट्रूमेन की घातक गेंदबाजी से काफी परेशान हुई और उन्होंने इस 4 मौचों में कुल 29 विकेट हासिल करते हुए भारतीय बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। इसके अलावा अनुभवी एलेक बेडसर ने कुल 13.95 की औसत से कुल 20 विकेट अपने नाम किए।