अंडर 19 वर्ल्ड कप की बदौलत Ambidexterity खूब चर्चा में है और इसके लिए जिम्मेदार है ऑस्ट्रेलिया की टीम में स्पिनर निवेथन राधाकृष्णन। उनकी खूबी है दोनों हाथों का बराबर कुशलता से इस्तेमाल। क्रिकेट में ऐसे कई हैं जो एक हाथ के बल्लेबाज़ तो और दूसरे हाथ के गेंदबाज़ जैसे कि दाएं हाथ से बल्लेबाजी और बाएं हाथ से गेंदबाजी या इसके उलट। बल्लेबाज़ी में भी दोनों हाथों से खेलने वाले बल्लेबाज और इसकी सबसे चर्चित मिसाल है केविन पीटरसन का स्विच हिट।
इसी संदर्भ में एक हैरान करने वाली मिसाल एक रणजी मैच में टर्न लेती पिच पर सुनील गावस्कर की खब्बू के तौर पर बल्लेबाज़ी है। सुनील गावस्कर ने कोई स्विच हिट नहीं लगाया- वे तो 66 मिनट खेले खब्बू बल्लेबाज़ बनकर। ऐसा क्यों हुआ? किन हालात ने और ख़ास तौर पर किस गेंदबाज़ ने गावस्कर को ऐसा करने पर मजबूर कर दिया था? सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में बेहतर तकनीक वाले बल्लेबाज़ थे पर उन जैसे दांए हाथ के बल्लेबाज का खब्बू बनकर खेलना अनोखा किस्सा है।
सुनील गावस्कर को खब्बू के तौर पर खेलने पर मजबूर किया स्पिनर रघुराम भट्ट ने जो कर्नाटक के लिए खेलते थे। घरेलू क्रिकेट में इस स्पिनर के सामने उस जमाने के बड़े-बड़े बल्लेबाज भी टिक नहीं पाते थे। सुनील गावस्कर जैसे टॉप बल्लेबाज ने खब्बू बनकर इसलिए बल्लेबाजी की क्योंकि दाहिने हाथ के बल्लेबाज को रघुराम की टर्न लेती गेंद बार -बार चकमा दे रही थी।