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गोरखपुर में बनेगा विश्वस्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर : मुख्यमंत्री योगी 

Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ऐलान से गोरखपुर में रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रामगढ़ताल के समीप विश्व स्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनाने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) को वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जगह उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की सभी बड़ी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

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IANS News
By IANS News October 26, 2024 • 13:56 PM
Yogi Adityanath's 'Tipu' dig at Akhilesh, says it takes 'both courage and mind for bulldozers' (Pic
Yogi Adityanath's 'Tipu' dig at Akhilesh, says it takes 'both courage and mind for bulldozers' (Pic (Image Source: IANS)

Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ऐलान से गोरखपुर में रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रामगढ़ताल के समीप विश्व स्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनाने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) को वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जगह उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की सभी बड़ी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

शनिवार को रामगढ़ ताल में आयोजित 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में खिलाड़ियों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रोइंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जरूरत है प्रतिभाओं को तराशने की। हमारे रोइंग खिलाड़ी ओलंपिक और अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धाओं में प्रतिभाग कर मेडल जीत सकते हैं। रोइंग में प्रतिभाओं को तराशने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अनुरोध पर रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर खोलने के लिए रामगढ़ ताल के पास बने वर्ल्ड क्लास वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्पेस देगी। साथ ही सेंटर को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार हर प्रकार का सहयोग देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में कई प्राकृतिक झीलें हैं, वहां भी रोइंग की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। सीएम योगी ने एशियन गेम्स और अंतरराष्ट्रीय स्तर की अन्य रोइंग स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों लक्ष्मण अवार्डी और देवरिया के युवा कल्याण अधिकारी पुनीत बालियान, लक्ष्मण अवॉर्डी कुदरत अली, बुलंदशहर निवासी अरविंद सिंह, सुल्तानपुर निवासी मोहम्मद आजाद, हापुड़ निवासी लोकेश कुमार और संतकबीरनगर निवासी राजेश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि रोइंग के इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान देश और दुनिया में बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के साथ अब शानदार करियर बनाने का भी सशक्त माध्यम बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने खेल नीति बनाकर ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसी प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं में सीधी नौकरी देने का शासनादेश जारी कर रखा है। टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी की नौकरी दी गई है। इस बार के ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी नौकरी देने की घोषणा की आज चुकी है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं से जोड़ा जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार खेलों को आगे बढ़ाने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेलो इंडिया, सांसद खेल स्पर्धा, फिट इंडिया मूवमेंट आदि से देश में खेलों का बेहतरीन माहौल बना है।

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत युद्ध स्तर पर प्रदेश की सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों में खेल मैदान व ओपन जिम, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश के पहले और विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 2 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था तय की गई है। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ रुपये है। ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

उन्होंने बताया कि एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 लाख रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह सैफ और नेशनल गेम्स में भी विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया जाता है। सीएम योगी ने कहा कि पुराने खिलाड़ियों को सरकार कोच के रूप में नियुक्त कर उन्हें प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये मानदेय दे रही है। पद्म पुरस्कार करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही अशक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता दी गई है।

रामगढ़ ताल में दूसरी बार रोइंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के आयोजन से प्रसन्न मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह उनके लिए अतिरिक्त प्रसन्नता का क्षण है। 10 वर्ष पूर्व जो रामगढ़ ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराध का गढ़ था, वह आज प्रभु राम की कृपा से आकर्षण और जल क्रीड़ा की प्रतियोगिताओं का गढ़ बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही वास्तविक परिवर्तन होता है। रामगढ़ ताल पर्यटन के साथ खेल का भी बेहतरीन डेस्टिनेशन बन गया है। इसके आसपास कई होटल खुल चुके हैं, ताल में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी शुरू हो गया है।

उन्होंने बताया कि एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 लाख रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह सैफ और नेशनल गेम्स में भी विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया जाता है। सीएम योगी ने कहा कि पुराने खिलाड़ियों को सरकार कोच के रूप में नियुक्त कर उन्हें प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये मानदेय दे रही है। पद्म पुरस्कार करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही अशक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता दी गई है।

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Article Source: IANS


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