इंडिया में पहली जीत हासिल करना चाहेगी खस्ताहाल दिल्ली
13 मई (बेंगलूरू) : आईपीएल 7 से बाहर हो चुकी खस्ताहाल दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आज रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू को हराकर इंडिया में पहली जीत हासिल करना चाहेगी। दिल्ली ने 9 मैच खेले है जिसमें से उसे केवल दो मैचों में जीत मिली और वह नॉकआउट की रेस से बाहर हो गई है। इस सीजन में दिल्ली ने इंडिया में एक भी मैच नहीं जीता है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू की हालत भी कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है। वह भी 9 मैचों से केवल तीन मैच ही जीत पाई है और पॉइंट टेबल में दिल्ली से केवल एक पायदान ऊपर है।
महंगे खिलाड़ियों से भरी दिल्ली की टीम इस समय पॉइंट टेबल में सबसे नीचे हैं। जे पी डुमिनी को छोड़कर टीम का कोई और बल्लेबाज कुछ कमाल नहीं दिखा पाय़ा है। केविन पीटरसन अभी तक लय हासिल नहीं कर पाए हैं। इस सीजन में उनका अब तक का सबसे ज्यादा स्कोर 35 रन है जो पिछले मुकाबले में उन्होंने हैदराबाद के खिलाफ बनाया था। अच्छी शुरूआत देने में नाकाम रहने के बाद मुरली विजय का बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। दिनेश कार्तिक भी बड़ा स्कोर करने में नाकाम रहे हैं। रॉस टेलर जैसे बड़े खिलाड़ी को दिल्ली ने बाहर बैठा रखा है। टीम की गेंदबाजी औऱ ज्यादा चिंता का विषय है। कोई भी गेंदबाज अभी तक अपनी छाप नहीं छोड़ पाया है। मोहम्मद शमी ने 9 मैचों में केवल 4 विकेट लिए है। वैन पारनेल और नदीम भी असफल साबित हुए हैं।
रॉयल चैलेंजर्स की टीम में बड़े हिटर्स है उसके बाद उनकी टीम की हालत बहुत खराब है। पिछले सीजन में धमाल मचानें वाले गेल अभी तक फेल रहे हैं। बड़ी पारी खेलने में वह नाकाम रहे हैं। कप्तान विराट कोहली भी खराब फॉम में हैं। पिछले मैच में वह अपने आप को ऊपर प्रमोट कर के क्रिस गेल के साथ ओपन करने आए थे। उसके बाद भी असफल साबित हुए और केवल 4 रन ही बनाए। टीम के लिए खुशी की बात है कि युवराज सिंह ने पिछले मैच में फॉम में वापसी कर ऑलराउंड खेल दिखाया था। एबी डिविलियर्स की तरफ से टीम को थोड़ी राहत है। वह अब तक सफल साबित हुए हैं। शुरूआत के मैचों में अच्छी गेंदबाजी करने वाले आरसीबी के गेंदबाजी पिछले दो मैचों में फेल हुई है। यजुवेंद्र चहले के अलावा कोई भी गेंदबाज विकेट नहीं ले पाया है। वरूण आरोन , अशोक डिंडा और मिचेल स्टार्क ने पिछले मैच में आखिरी की ओवरों में खूब रन लुटाए थे। आज के मैच में इन सभी गेंदबाजों को अच्छी गेंदबाजी करनी होगी तभी आरसीबी के लिए कुछ उम्मीदें बाकी रहेंगी।
सौरभ शर्मा