पापा ने जूते बेचकर बनाया क्रिकेटर, बेटे ने भी मुंबई के खिलाफ गदर मचाकर चौड़ा किया सीना
आईपीएल 2023 के 35वें मैच में गुजरात टाइटंस ने मुंबई इंडियंस को 55 रनों से हराकर टूर्नामेंट में अपनी पांचवीं जीत हासिल कर ली है। इस जीत में गुजरात के लिए कई खिलाड़ियों ने योगदान दिया लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा था जिसने आखिरी ओवरों में ऐसी धमाकेदार बल्लेबाजी की जिसने मुंबई से मैच से लगभग बाहर ही कर दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं गुजरात के युवा बल्लेबाज अभिनव मनोहर की जिन्होंने 21 गेंदों में 42 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर गुजरात को 200 के पार पहुंचाया था।
अभिनव ने अपनी इस पारी के दौरान 3 चौके और 3 छक्के भी लगाए थे। मैच के आखिर में अगर आप देखेंगे तो पाएंगे कि अभिनव की ये पारी ही मैच का टर्निंग पॉइंट थी अगर अभिनव ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ना करते तो शायद गुजरात की टीम 200 के पार भी ना जा पाती और ये मैच किसी भी टीम के पाले में जा सकता था। अभिनव को उनकी इस शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी दिया गया और मैच के बाद हर कोई अभिनव के बारे में जानने के लिए बेताब हो उठा, तो चलिए हम आपको इस खिलाड़ी की संघर्ष भरी कहानी के बारे में बताते हैं।
अभिनव मनोहर की कहानी
अभिनव को गुजरात टाइटंस ने आईपीएल 2022 की नीलामी में 2.6 करोड़ की कीमत में खरीदा था और अब वो इस कीमत के साथ इंसाफ करते हुए दिख रहे हैं। अभिनव की बात करें तो वो बेंगलुरु के एक साधारण से परिवार से आते हैं। अभिनव के पिता बेंगलुरु में जूते-चप्पल की दुकान चलाते हैं और उनके पिता के संघर्ष ने ही आज उन्हें यहां तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
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ये अभिनव के पिता ही थे जो उन्हें कोच इरफान साइत के पास ले गए और उन्हें अभिनव को अकेडमी में शामिल करने को कहा था। इसके बाद अभिनव ने क्रिकेट को अपना सब-कुछ मान लिया और अपने पिता के संघर्षों का कर्ज चुकाने में जुट गए। इतना ही नहीं, साल 2006 में अभिनव एक अंडर-14 मैच खेल रहे थे और तभी उनके सिर में चोट लग गई थी। इस दौरान उनके सिर पर कई टांके लगे और अगर उनकी जगह कोई और खिलाड़ी होता तो शायद क्रिकेट के मैदान में वापसी करने के लिए कुछ दिनों या महीनों का समय लेता लेकिन हैरानी की बात ये थी कि अभिनव इस चोट के बावजूद अगले ही दिन मैदान पर बल्लेबाजी के लिए पहुंच गए थे और शतक जमाकर लोगों को ये बताया था कि वो एक बड़े खिलाड़ी बनने के लिए तैयार हैं।