एश्टन एगर ने भारत से स्वदेश भेजे जाने के बाद वापसी का दिया भरोसा
स्पिन ऑलराउंडर एश्टन एगर ने खुलासा किया कि उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम से वापस ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने के बाद राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा और मेहनत करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन के लिए उनके मन में कड़वाहट नहीं है।
एगर शेफील्ड शील्ड और मार्श कप में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए पर्थ के लिए रवाना हो गए हैं। उन्हें भारत में पहले दो टेस्ट के लिए टॉड मर्फी और मैथ्यू कुहनमैन के साथ नजरअंदाज कर दिया गया था, जो शुरूआती टीम में भी नहीं थे, फिर भी उनको प्राथमिकता दी गई।
ऑस्ट्रेलिया के वेबसाइट को एगर ने बताया, यह एक अच्छी स्थिति नहीं है, लेकिन आप कोशिश करते रहते हैं और खुद को बेहतर बनाते हैं। मैं अभी 29 साल का हूं और खेल में काफी उतार-चढ़ाव से गुजरा हूं। मैं भाग्यशाली हूं। ऐसा कुछ नहीं है कि मुझे परेशानी हो।
उन्होंने कहा, वहां वास्तव में स्पष्ट संदेश था, उन्होंने मेरे साथ संवाद किया और यह उस संदेश के साथ आगे बढ़ने का एक स्पष्ट रास्ता है। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ो और सुधार करने की कोशिश करो। इस तरह की बातों के बाद अब कोई कड़वाहट नहीं है। मैं केवल कोशिश करूंगा और जितना हो सके।
एगर को भरोसा है कि उनका लचीलापन उन्हें एक टीम का हिस्सा बनने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, मुझे ऐसा लगता है कि मैं काफी लचीला हूं और हर दिन अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ सामने आने और टीम का हिस्सा बनने की कोशिश करता हूं।
एगर को भरोसा है कि उनका लचीलापन उन्हें एक टीम का हिस्सा बनने में मदद करेगा।
Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से
एगर मार्च में वनडे टीम के साथ भारत लौटेंगे, जहां वह वर्ष के अंत में भारत में होने वाले विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया की योजनाओं में एक महत्वपूर्ण दल का हिस्सा हैं।
This story has not been edited by Cricketnmore staff and is auto-generated from a syndicated feed