लोढ़ा समिति के आदेश के अध्ययन के लिए वर्किंग ग्रुप का गठन करेगी बीसीसीआई
मुंबई, 19 जुलाई | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की गवर्निग काउंसिल ने रविवार को बुलाई गई आपात बैठक में लोढ़ा समिति के आदेश का पालन करने और आदेश के अध्ययन के लिए एक वर्किंग ग्रुप के गठन का निर्णय लिया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा समिति ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामले में 14 जुलाई को दोषियों गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया, जबकि उनकी फ्रेंचाइजियों चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो वर्ष के लिए निलंबित कर दिया।
बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "बीसीसीआई लोढ़ा समिति के फैसले का सम्मान करती है तथा उनके आदेशों का पूर्णत: पालन भी करेगी। सदस्यों का मानना है कि इस आदेश के तत्काल प्रभाव को तथा बीसीसीआई के लिए इसके व्यापक निहितार्थ को समझने की जरूरत है, ताकि देश में क्रिकेट की सुप्रीमता को बरकरार रखा जा सके।"
गवर्निग काउंसिल ने चार सदस्यीय वर्किंग ग्रुप गठित करने का निर्णय लिया है, जिसकी घोषणा सोमवार को की जाएगी। बैठक में गवर्निग काउंसिल के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री और पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली भी शामिल थे।
अनुराग ने कहा, "इसलिए आईपीएल की गवर्निग काउंसिल ने चेयरमैन राजीव शुक्ला को एक वर्किं ग ग्रुप के गठन का अधिकार प्रदान किया। यह वर्किं ग ग्रुप हमारे सभी प्रमुख सलाहकारों की मदद से इस आदेश का अध्ययन करेगी तथा अपनाए जा सकने योग्य सभी उपायों का पता लगाएगी। इसका उद्देश्य सभी साझेदारों के हितों की रक्षा करना होगा।"
आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, "हमने गवर्निग काउंसिल के सभी सदस्यों से उनकी राय ली। हमने बीसीसीआई के कानूनी सालहकारों से भी मशविरा किया। अंतत: हम इस नतीजे पर पहुंचे कि हम लोढ़ा समिति के निर्णय का सम्मान करेंगे।"
शुक्ला ने बताया कि वर्किंग ग्रुप छह सप्ताह में अपना कार्य पूरा करेगा और गवर्निग काउंसिल को अपनी सिफारिशें सौंपेगा, जिन्हें बीसीसीआई की वर्किं ग कमिटी से साझा किया जाएगा, ताकि उस पर आगे की कार्रवाई की जा सके।
शुक्ला ने कहा, "वर्किंग ग्रुप आईपीएल के साझेदारों, प्रसारकों, प्रायोजकों और राज्य संघों और कानूनी सलाहकारों से बातचीत कर छह सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। सभी सदस्यों की एकराय है कि आईपीएल टूर्नामेंट चलते रहना चाहिए और टूर्नामेंट की गुणवत्ता में सुधार होना चाहिए। इसलिए आईपीएल-9 पिछले संस्करण से भी बेहतर होगा।"
शुक्ला ने हालांकि बैठक के दौरान हुई चर्चा का ब्यौरा देने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोपों की जांच के लिए गठित न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल समिति ने मयप्पन और कुंद्रा को सट्टेबाजी का दोषी पाया था।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मयप्पन और कुंद्रा तथा उनकी फ्रेंचाइजियों के खिलाफ सजा तय करने के लिए 22 जनवरी को देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोढ़ा की अध्यक्षता में न्यायमूर्ति अशोक भान (सेवानिवृत्त) और न्यायमूर्ति आर. रवींद्रन (सेवानिवृत्त) वाली समिति गठित की थी।
(आईएएनएस)