'रणजी भूल जाइए, जसप्रीत बुमराह ने कभी क्लब टीम की कप्तानी तक नहीं की'
इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में पहली बार जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की कप्तानी को टीम की कप्तानी मिली थी। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी पर मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है। जसप्रीत बुमराह ने मैच में पांच विकेट चटकाए और पहली पारी में नाबाद 32 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड की धुनाई कर अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया। जहां तक उनकी कप्तानी की बात है, बुमराह कैप्टन अपनी फील्डिंग प्लेसमेंट के साथ प्रभावशाली दिखे। हालांकि, परिणाम वह नहीं था जिसकी उम्मीद थी।
इस बीच भारत के पूर्व तेज गेंदबाज करसन घावरी बुमराह की कप्तानी के पक्ष में बिल्कुल नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि हर तेज गेंदबाज एक अच्छा कप्तान नहीं हो सकता। मुंबई और सौराष्ट्र के लिए 159 प्रथम श्रेणी मैचों में 452 विकेट लेने वाले घावरी ने बताया कि एक तेज गेंदबाज को खेल के कई पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत होती है और बुमराह पर अतिरिक्त जिम्मेदारी डाली गई। जिन्होंने कभी किसी भी स्तर पर किसी भी टीम की कप्तानी नहीं की थी।
मिड डे के साथ बातचीत के दौरान घावरी ने कहा, 'बुमराह ने कभी किसी टीम की कप्तानी नहीं की है। एक रणजी ट्रॉफी टीम के बारे में भूल जाओ उन्होंने क्लब की ओर से भी नेतृत्व नहीं किया है। देखिए, एक कप्तान का दिमाग बिल्कुल अलग होता है। उसे फील्ड प्लेसमेंट करने और गेंदबाजी में बदलाव करने और रणनीति बनाने के बारे में सोचते रहना चाहिए।'
घावरी ने आगे कहा, 'मुझे यकीन है राहुल द्रविड़ और अन्य कोचों ने बहुत सारी योजनाएं बनाई होंगी लेकिन, जब 11 खिलाड़ी मैदान पर जाते हैं, तो कप्तान को उन पर अमल करना चाहिए। बुमराह ऐसा नहीं कर सके।'
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घावरी ने कहा, 'जब रोहित शर्मा इस टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं थे तो कोहली को आगे बढ़ना चाहिए था और कहना चाहिए था कि मैं इस टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी लेता हूं। हार-जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन ऐसे मुश्किल हालात में मुझे लगता है कि कोहली को हाथ ऊपर करना चाहिए था।'