क्या है ट्रोलिंग का कारण? ज्यादा ट्रोल होने के बाद इंसान कैसा महसूस करने लगता है?
टीम इंडिया के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। भारत को तमाम मैच जितवाने वाले युजवेंद्र चहल को लोग उनकी पर्सनल लाइफ को लेकर निशाना बना रहे हैं। ट्रोलर्स युजवेंद्र चहल की पत्नी धनश्री वर्मा (Dhanashree Verma) को भी ट्रोल करने से नहीं कतरा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा के रिश्तों में खटास आई है जिसके बाद ट्रोलर्स ने हदें पार कर दी हैं।
भारत के लिए 67 वनडे 62 टी-20 मैच खेल चुके चहल के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है वो काफी अपमानजनक और हैरानी भरा है। रिसर्च में ट्रोलिंग को लेकर कई हैरानी भरे खुलासे किए गए थे। रिसर्च में कहा गया है कि ट्रोलिंग से व्यक्ति अपने आप से असंतुष्ट महसूस करने लगता है। उसके अंदर क्रोध की भावनाएं पैदा होती हैं यहां तक कि ज्यादा ट्रोल होने से व्यक्ति के जीवन में अरुचि भी पैदा हो सकती है।
क्या है ट्रोलिंग का कारण: ट्रोलिंग के कारण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में बिहेवियरल एडिक्शन के प्रोफेसर डॉ मार्क ग्रिफिथ्स ने कहा ज्यादातर लोग दूसरों से बदला लेने, ध्यान आकर्षित करने, बोरियत और व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए ट्रोल करते हैं। वहीं नकारात्मक सामाजिक क्षमता भी इसका एक कारण है। मलतब- जानबूझकर दूसरों के प्रति क्रूर होने से आनंद प्राप्त करना।
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ट्रोल किया जाए तो क्या करें: डॉ ग्रिफ़िथ ट्रोलिंग को साइबर-बुलिंग के रूप में देखते हैं। अगर आपको ट्रोल किया जा रहा है तो आपको क्या करना चाहिए? इसके जवाब में उन्होंने कहा-'ऑनलाइन पोस्ट ना करें कि आपको टारगेट किया जा रहा है। सोशल मीडिया से कुछ समय दूरी बनाएं।