आईसीसी का हैरत भरा फैसला, इस मैदान को कहा बेहद ही घटिया
दुबई, 2 जनवरी | आस्ट्रेलिया क्रिकेट (सीए) को मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बड़ा झटका दिया है। आईसीसी ने कहा कि आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमलीदी) की पिच सबसे खराब है। इस पिच पर आस्ट्रेलिया ओर इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज का चौथा टेस्ट मैच खेला गया था।
इस संबंध में आईसीसी मैच रेफरी रंजन मुदुगले अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इसमें आईसीसी मैच के अधिकारियों ने एमसीजी की पिच पर चिंता जताई है, क्योंकि इसमें खेले गए चौथे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया ने 327 रन बनाए थे और दूसरी पारी 263 रनों पर घोषित कर दी थी। इसमें इंग्लैंड ने एक पारी में ही 491 रन बनाए थे।
इस रिपोर्ट को क्रिकेट आस्ट्रेलिया को भी दे दिया गया है और इस प्रतिक्रिया देने के लिए सीए के पास 14 दिनों का समय है। मुदुगले ने कहा, "एमसीजी पिच पर बाउंस मध्यम था, लेकिन उसकी पेस धीमी थी। पांच दिन तक चले टेस्ट मैच में पिच का नेचर नहीं बदला। ऐसे में देखा जाए, तो पिच बल्ले और गेंद के बीच समान संतुलन नहीं बना पा रही थी। इसमें न यह बल्लेबाज के अनुरूप काम कर रही थी और न ही गेंदबाज के अनुरूप।"
एमसीजी में खेला गया टेस्ट मैच आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत रेट किया गया हालिया टेस्ट मैच है। इस जांच के तहत अगर किसी मैदान की पिच को खराब बताया जाता है, तो आयोजन स्थन के मैरिट अंक कम हो जाते हैं।
अगर किसी मैच के रेफरी ने किसी मैदान की पिच को सामान्य से नीचे मापा है, तो उस स्टेडियम के खाते में एक डीमैरिट अंक जु़ड़ जाता है। इसके अलावा, अगर किसी स्टेडियम की पिच को खराब माना जाता है, तो उसके खाते में तीन डीमैरिट अंक शामिल हो जाते हैं।
ऐसे में अगर किसी स्टेडियम के खाते में पांच डीमैरिट अंक जुड़ते हैं, तो 12 माह के लिए किसी भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच के आयोजन से प्रतिबंधित कर दिया जाता है। वहीं अगर किसी स्टेडियम के खाते में 10 डीमैरिट अंक जुड़ते हैं, तो उसके प्रतिबंध की अवधि को 24 माह किया जाता है।