'मैं छक्का मारकर अपना काम कर लेता हूं, इसलिए रोटेट करने की नहीं सोचता'- ईशान किशन
रांची वनडे में इंडियन टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ ईशान किशन ने धमाकेदार अंदाज में 93 रनों की पारी खेली। ईशान अपनी पारी से काफी खुश हैं, लेकिन उन्हें अपना पहला हंड्रेड मिस करने का मलाल भी है। ईशान चाहते तो बेहद ही आसानी से साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना शतक पूरा कर सकते थे, लेकिन वह बड़ा शॉट मारने की कोशिश में आउट हो गए। मैच के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने यह खुलासा किया कि आखिरी उन्होंने स्ट्राइक रोटेट क्यों नहीं की।
दरअसल, पत्रकार ने उन्हें स्ट्राइक रोटेट करने पर सवाल किया था, जिसका जवाब देते हुए ईशान ने खुद को बैक किया। वह बोले, 'आईपीएल में मैं 99 पर आउट हुआ था। दो बॉल पर पांच रन चाहिए थे। तब मैं रोटेट करने की सोचता तो शायद मैच जीतना भी मुश्किल हो जाता। कुछ प्लेयर्स की ताकत स्ट्राइक रोटेट करना होता है, लेकिन मेरी ताकत छक्के मारना है। मैं आसानी से छक्के मार सकता हूं और कई खिलाड़ी ऐसा नहीं कर पाते। अगर मैं अपना काम छक्के मारकर कर सकता हूं, तो मैं स्ट्राइक रोटेट करने के बारे में नहीं सोचता।'
ईशान ने स्ट्राइक रोटेट करने को भी जरूरी बताया। युवा बल्लेबाज़ ने कहा, 'स्ट्राइक रोटेट करना भी काफी जरूरी होता है, जब टीम के ज्यादा विकेट गिर जाते हैं तब ऐसा करना जरूरी हो जाता है। इसलिए उसकी प्रैक्टिस भी जरूरी है, वो प्रैक्टिस सेशन से आएगी। लेकिन मेरा मानना है कि अगर आपकी ताकत छक्के मारना है, तो छक्के मारो, स्ट्राइक रोटेट करने की जरूरत नहीं है।'
Also Read: Live Cricket Scorecard
बता दें कि रांची वनडे में ईशान किशन ने 4 चौके और 7 छक्के जड़ते हुए 84 गेंदों पर 93 रनों की पारी खेली थी। वहीं दूसरी तरफ इस मैच में बाकी बल्लेबाज़ों(भारत+साउथ अफ्रीका) ने मिलकर कुल 6 छक्के लगाए थे। यह मैच भारतीय टीम ने 7 विकेट से जीता था। सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला मंगलवार को खेला जाएगा।