विशेष: टीम इंडिया के तीन क्रिकेटर्स ने ऐन मौके पर दिया धोखा, क्या फैंस करेंगे माफ
जनवरी 16, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहला वनडे मैच जीतकर न सिर्फ बड़ा कारनामा किया है बल्कि जीत के रूप में देशवासियों को नए साल का तोहफा भी दिया है। टीम इंडिया के लिए यह जीत किसी सपने के सच होने जैसा है।
मैच में एक ऐसा मोड़ आया जब टीम इंडिया के चार दिग्गज बल्लेबाज महज 63 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। तब शायद क्रिकेट पंडितों को भी यहीं लगा होगा कि टीम इंडिया के लिए जीत के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं। लेकिन कप्तान विराट कोहली और केदार जाधव की आतिशी पारियों की मदद से टीम इंडिया को शानदार जीत मिली। कोहली और जाधव की विराट बल्लेबाजी ने ये जता दिया कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है।
उल्लेखनिय है कि टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी, शिखर धवन और युवराज सिंह ने अपने निराशाजनक प्रदर्शन से एक बार फिर आलोचकों का ध्यान अपनी ओर खिंच लिया।
आगे की स्लाइड में जाने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में कैसे महेन्द्र सिंह धोनी ने किया निराश
महेन्द्र सिंह धोनी की बात की जाए तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि माही एक शानदार क्रिकेटर हैं। मगर पिछले कुछ समय से अपने खराब परफॉर्मेंस से वे फैंस को निराश करते आ रहे हैं। इसके अलावा धोनी पुणे में भी फैंस की उम्मीदों की कसौटी पर खड़े नहीं उतरे।
पहले वनडे में जब धोनी पांचवे नं पर बल्लेबाजी करने आए तो उनसे काफी उम्मीदें थी। लेकिन वे महज 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वे पहले अभ्यास मैच में अच्छा खेल रहे थे। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि धोनी इंग्लैंड के खिलाफ कोई बड़ा कारनामा करने वाले हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अब जब उनपर कप्तानी का भी दवाब नहीं है तो आखिर रन बनाने में क्या परेशानी आ रही है।
आगे की स्लाइड में जाने कैसे शिखर धवन ने फेर दिया फैंस की उम्मीदों पर पानी
वहीं अगर बात करें शिखर धवन की तो वे लगातार विफल होते आ रहे हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं का उन्हें टीम में शामिल करना कल्पना से परे है। किसी भी सीरीज से पहले वे सिर्फ प्रैक्टिस मैच में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। बाद में उनका प्रदर्शन क्रिकेट फैंस के बीच हाशिए पर आ जाता है। इंग्लैंड के खिलाफ जब टीम इंडिया को 351 रन के विशाल स्कोर का पीछा करना था तो वे महज 1 रन बनाकर आउट हो गए।
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अब बारी आती है युवराज सिंह की जिन्होंने 3 साल के बाद वनडे टीम में वापसी की है। उनके फैंस लंबे अरसे से उनसे बड़ी पारी खेलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। कई फैंस तो उनके बल्ले से 6 गेंद पर 6 छक्के जड़ने का इंत्जार करते आ रहे हैं। जब इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें चौथे नं पर बल्लेबाजी करने भेजा गया तो लगा कि युवी का कमाल शायद आज देखने को मिल सकता है। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। युवी महज 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
अब जब कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट के नए युग की शुरूआत हो ही गई है, ऐमें में इन दिग्गजों का लगातार निराशाजनक प्रदर्शन न सिर्फ भारतीय क्रिकेट के लिए बल्कि इन बल्लेबाजों के लिए भी संकट की बड़ी वजह बन सकती है।