मनोज तिवारी ने गंभीर को उल्टा-सीधा बोलने के बाद मारी पलटी, बोले- 'मीडिया ने एडिट करके दिखाया'
भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर को पाखंडी कहने के कुछ दिनों बाद अपने बयान से पलटी मार ली है। उन्होंने अपने बयान का रुख स्पष्ट करते हुए सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया है। तिवारी ने अपने 20 मिनट के इंटरव्यू में एक खास हिस्से को एडिट करने और चलाने के लिए मीडिया को दोषी ठहराया है।
9 जनवरी को न्यूज़18 के साथ एक साक्षात्कार में, बंगाल के पूर्व कप्तान ने मौजूदा मुख्य कोच पर जमकर निशाना साधा था। तिवारी ने गौतम गंभीर की आलोचना करते हुए भारत के मुख्य कोच को पाखंडी कहा था जो "अपनी बात पर खरा नहीं उतरता"। तिवारी ने मुख्य कोच के रूप में गंभीर की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि पूर्व सलामी बल्लेबाज में स्पष्टता और निश्चित कोचिंग शैली का अभाव है।
मनोज तिवारी ने न्यूज़18 बांग्ला से कहा, "गौतम गंभीर एक पाखंडी हैं। वो जो कहते हैं, वो नहीं करते। गेंदबाजी कोच का क्या फायदा? कोच जो भी कहेगा, वो मान जाएगा। मोर्ने मोर्कल लखनऊ सुपर जायंट्स से आए थे। अभिषेक नायर गंभीर के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स में थे और भारतीय मुख्य कोच जानते हैं कि वो उनके निर्देशों के खिलाफ नहीं जाएंगे।"
हालांकि, तीन दिन बाद तिवारी ने पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा की आलोचना के बाद अपना रुख स्पष्ट किया। चोपड़ा ने बंगाल के पूर्व स्टार पर गंभीर के खिलाफ आलोचना करने वालों में शामिल होने का आरोप लगाया था। मनोज तिवारी ने आकाश चोपड़ा को वीडियो संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने केवल वही कहा जो उन्हें सही लगा। मनोज तिवारी ने स्पष्ट किया, "मैं अपने कोचिंग सेंटर में था, अभ्यास के बाद वहीं बैठा था। स्थानीय मीडिया मेरा इंटरव्यू लेने के लिए वहां आया था। हमने 20-25 मिनट तक बात की और आप जानते हैं कि जब ये लोग (मीडिया) इंटरव्यू लेते हैं, तो वो कार्यालय में वापस जाते हैं और इसे एडिट करते हैं जो भी सुविधाजनक होगा, जो उन्हें लगता है कि आवश्यक है उसे रखा जाएगा। वो जो भी मांग होगी उसे रखने की कोशिश करेंगे।"
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उन्होंने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, "आकाश भाई ने दो बातें कहीं। मुझे पूरा यकीन है कि उन्होंने 20 मिनट का इंटरव्यू नहीं देखा होगा और ये चार-पांच लाइनें जो मेरे इंटरव्यू से निकलीं, उन्होंने शायद बस यही देखी होंगी। मैं बस ये स्पष्ट करना चाहता हूं, आकाश भाई। मैं आकाश को पसंद करता हूं, उनका सम्मान करता हूँ, वो अपनी ईमानदार राय देते हैं। मुझे लगता है कि इसे स्पष्ट करना ज़रूरी है। आकाश भाई ने कहा, 'मनोज बहती गंगा में हाथ धो रहा है' , जबकि सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर जैसे लोग भी गौतम गंभीर की आलोचना कर रहे थे। ऐसी कोई बात नहीं है, आकाश भाई। मुझे बहती गंगा में हाथ धोने की कोई ज़रूरत नहीं है। नदी पास ही है और मैं कभी भी वहां हाथ धो सकता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहता। मैं उन लोगों की बातों पर ध्यान नहीं दे रहा था। मैंने इंटरव्यू में जो महसूस किया, वो मैंने कहा।"