पृथ्वी शॉ की कप्तानी में मुंबई ने जीता Vijay Hazare Trophy 2021, इस खिलाड़ी के बल्ले ने उत्तर प्रदेश पर 'बरपाया कहर'
विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे (नाबाद 118) और कप्तान पृथ्वी शॉ (73) की बेहतरीन पारियों से मुंबई ने अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में रविवार को उत्तर प्रदेश को छह विकेट से हराकर इस टूर्नामेंट का खिताब चौथी बार जीत लिया।
उत्तर प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए माधव कौशिक के 156 गेंदों पर 15 चौकों और चार छक्के की मदद से नाबाद 158 रन की बदौलत 50 ओवर में चार विकेट पर 312 रन बनाए, जिसके जवाब में मुंबई की टीम ने तारे के 107 गेंदों पर 18 चौकों की मदद से नाबाद 118 और पृथ्वी के 39 गेंदों पर 10 चौकों और चार छक्कों के सहारे 73 रन की पारी के दम पर 41.3 ओवर में चार विकेट पर 315 रन बनाकर मैच जीत लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई को पृथ्वी और यशस्वी जायसवाल ने अच्छी शुरुआत दिलाई और दोनों बल्लेबाजों के बीच पहले विकेट के लिए 89 रन जोड़े। टीम के नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर की जगह इस मुकाबले में कप्तानी संभाल रहे पृथ्वी विजय हजारे ट्रॉफी के एक ही सत्र में 800 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।
पृथ्वी और यशस्वी के आउट होने के बाद तारे ने शम्स मुलानी के साथ पारी को आगे बढ़ाया और दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी हुई। मुंबई की पारी में तारे और पृथ्वी के अलावा शिवम दुबे ने 42, शम्स मुलानी ने 36 और यशस्वी ने 29 रनों का योगदान दिया जबकि सरफराज खान तीन रन बनाकर नाबाद रहे। उत्तर प्रदेश की ओर से यश दयाल, शिवम मावी, शिवम शर्मा और समीर चौधरी ने एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश की शुरुआत बेहद शानदार रही और कौशिक तथा समर्थ सिंह ने पहले विकेट के लिए 122 रन जोड़े। उत्तर प्रदेश की ओर से कौशिक के अलावा समर्थ ने 73 गेंदों पर चार चौकों और तीन छक्के की मदद से 55 और अक्शदीप नाथ ने 40 गेंदों पर चार चौकों और तीन छक्कों के सहारे 55 रन बनाए।
प्रियम गर्ग ने 26 गेंदों पर दो चौकों के सहारे 21 रन का योगदान दिया। उपेंद्र यादव नौ रन बनाकर नाबाद रहे। मुंबई की ओर से तनुश कोटियान ने दो विकेट और प्रशांत सोलंकी ने एक विकेट लिया।