कप्तान विराट कोहली बोले, निजी सफलता नहीं भविष्य की टीम तैयार करना चाहते हैं
मुंबई, 13 जनवरी| भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली सिर्फ निजी तौर पर सफलता हासिल नहीं करना चाहते बल्कि उनकी कोशिश भविष्य की टीम तैयार करने की है। उन्होंने टीम के लिए दीर्घकालिक विजन की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह कप्तान के तौर पर विदाई लेने से पहले एक ऐसी टीम अपने पीछे छोड़ना चाहते हैं जो मौजूदा टीम की तरह ही मजबूत हो।
भारत को मंगलवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच खेलना है।
मैच की पूर्व संध्या पर कोहली ने संवाददाताओं से कहा, "टीम का कप्तान होने के नाते, मेरा काम है कि मैं यह सुनिश्चित करूं कि अगली पौध तैयार रहे। कई लोग हो सकता है कि इस तरह से नहीं देखें, लेकिन कप्तान के तौर पर आपका काम सिर्फ मौजूदा टीम को देखने का नहीं होता है बल्कि एक ऐसी टीम भी तैयार करने का होता है जो आपके जाने के बाद मौजूदा टीम का स्थान ले सके।
कोहली ने कहा, "यह वो समय है जब आपको सावधान रहना होता है। निजता में चले जाना आसान है, यह कहना कि मुझे रन करने की जरूरत है, जब मैं स्कोर करता हूं तो अच्छा महसूस करता हूं यह आसान है। लेकिन यह इस तरह से नहीं है, यह इस तरह से काम नहीं करता।"
उन्होंने कहा, "विजन हमेशा बड़ा होना चाहिए और आपको यह पता लगाना होगा कि आप इन खिलाड़ियों को आत्मविश्वासी कैसे बना सकते हो। किसी को इसकी जिम्मेदारी लेनी है तो वो मैं हूं। मुझे दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना होगा।"
कोहली को साथ ही लगता है कि एरॉन फिंच की कप्तानी वाली मौजूदा टीम भारत दौरे पर आई पिछली टीम से ज्यादा मजबूत है।
कोहली ने कहा, "जो आस्ट्रेलियाई टीम पिछली बार भारत आई थी यह टीम उससे ज्यादा मजबूत है। उस टीम ने तब भी सीरीज जीत ली थी। उस सीरीज से पहले उन्होंने अपनी मजबूत टीम खेलाई थी लेकिन हम जीतने में सफल रहे थे।"
उन्होंने कहा, "आपकी टीम में सबसे अनुभवी और सबसे योग्य खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन अगर आप टीम के तौर पर अच्छा नहीं खेलते हो तो आप जीत नहीं सकते। हमारे साथ आखिरी बार यही हुआ था और जब हम आस्ट्रेलिया गए तो यही उनके साथ हुआ था।"
कोहली ने कहा है कि दोनों टीमें काफी संतुलित हैं।
भारतीय कप्तान ने कहा, "जहां तक संतुलन की बात है तो भारत और आस्ट्रेलिया इस समय सबसे संतुलित टीमें हैं। हम एक टीम के तौर पर आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने को तैयार हैं।"