गुलाबी गेंद से क्रिकेट खेलना थोड़ा मुश्किल, लाल गेंद के विपरीत है बॉल का बर्ताव: कोहली
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलना आम तौर पर लाल गेंद से खेले जाने वाले टेस्ट मैच से एकदम उल्टा है। आस्ट्रेलिया और भारत के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत गुरुवार से हो रही है। सीरीज का पहला टेस्ट मैच एडिलेड ओवल मैदान पर दिन-रात प्रारूप में खेला जाएगा।
कोहली ने कहा कि गुलाबी गेंद से खेलने की तैयारी करना काफी मुश्किल है, क्योंकि इसके कई सारे पहलू होते हैं। कप्तान ने कहा कि उन्हें एडिलेड ओवल मैदान की स्थिति के हिसाब से ही खेलना होगा।
कोहली ने बुधवार को कहा, "मुझे नहीं लगता कि आप टेस्ट क्रिकेट में चीजों को प्लान कर सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट हमेशा से इसी तरह से होता कि आपको आपके सामने आई स्थिति के हिसाब से खेलना होता है और अपनी सर्वश्रेष्ठ काबिलियत का इस्तेमाल करना होता है। आपको समझना होता है कि आपको कब आक्रमण करना है, कब डिफेंड करना है, कब विकेट पर टिकना है। गुलाबी गेंद का टेस्ट मैच अपने साथ कई सारी चीजें लेकर आता है, जैसे कि शाम का समय, जब बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल होता है। पहले सत्र में गेंदबाजी करना मुश्किल होता है और रात में फिर गेंदबाजों को मदद मिलती है।"
उन्होंने कहा, "जब आप इसे आम टेस्ट मैच से तुलना करके देखेंगे तो यह काफी अलग है। हम हर स्थिति में अपने प्लान के साथ मैदान पर जाने को तैयार रहते हैं। प्लान बनाना जरूरी है, लेकिन आप चीजों को लेकर पहले से कुछ प्लान नहीं कर सकते, खासकर डे-नाइट टेस्ट है जिसमें कई सारी चीजें होती हैं।"