'मेरे पापा ने सोचा कि सिराज 3 छक्के मारकर मैच जितवा देगा', अश्विन ने किया लॉर्ड्स टेस्ट के बारे में दिलचस्प खुलासा
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान अपने पिता के साथ हुई मज़ेदार बातचीत के बारे में खुलासा किया है। अश्विन के पिता को लगता था कि सिराज तीन छक्के मारकर टीम को जीत दिला देंगे। लॉर्ड्स में इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट रोमांचक रहा, जिसमें आखिरी सेशन में जाकर इंग्लैंड की टीम 22 रनों से विजयी रही। इस जीत के साथ ही इंग्लिश टीम ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त भी ले ली।
इस मैच में दोनों टीमों ने अपनी-अपनी पहली पारी में 387 रन का समान स्कोर बनाया। दूसरी पारी में, इंग्लैंड केवल 192 रन पर आउट हो गया, जिससे भारत को मैच जीतने के लिए 193 रनों का आसान लक्ष्य मिला लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इस लक्ष्य को भी मुश्किल बना दिया। भारत का टॉप ऑर्डल फ्लॉप रहा लेकिन रवींद्र जडेजा और निचले क्रम के बल्लेबाजों के संघर्ष के चलते भारत ने लड़ने का जज्बा दिखाया लेकिन पांचवें दिन के आखिरी सेशन में सिराज के आउट होते ही भारत 22 रन से हार गया।
इस मैच के खत्म होने के कुछ दिन बाद अश्विन ने अपने पिता के साथ हुई बातचीत के बारे में खुलासा किया। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "बेन स्टोक्स ने अविश्वसनीय स्पेल फेंका। मैं अपने पिता से इस बारे में बात कर रहा था। उन्हें भरोसा था कि सिराज तीन छक्के लगाकर मैच खत्म कर देंगे। मैं उनसे मज़ाक कम करने के लिए कह रहा था। बेन स्टोक्स को देखकर, वो अपने लीग मैचों के एक गेंदबाज के बारे में बात करने लगे, जो दोनों छोर से गेंदबाजी करता था।"
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उन्होंने आगे कहा, "9.2 और 10 ओवर के दोनों स्पेल में, वो 132-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी कर रहे थे। एक छोर पर जडेजा एक किले की तरह खड़े होकर भारत के लिए मोर्चा संभाले हुए थे और दूसरी तरफ़ स्टोक्स इंग्लैंड के लिए यही कर रहे थे। क्या जंग थी। ये एक अद्भुत टेस्ट मैच था। ये बराबरी की टीमों के बीच की जंग थी। दोनों टीमें एक-दूसरे को पूरी ताकत से चुनौती दे रही थीं और ये यहीं खत्म हुई। देखिए, कैसे क्रॉली और रूट सिराज को बांहों में भरकर सांत्वना दे रहे हैं। इस टेस्ट मैच की खूबसूरती ये थी कि हर खिलाड़ी एक-दूसरे से भिड़ रहा था। ये नाटकीय था।"