यादें दिलाऊं क्या...13 साल पहले श्रीलंका ने वीरू पाजी के साथ की थी शर्मनाक हरकत, रोहित शर्मा शायद भूल गए
भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया पहला वनडे मुकाबला रोहित शर्मा की दरियादिली की वजह से सुर्खियों में हैं। दरअसल हुआ यूं कि मोहम्मद शमी ने श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका को मांकडिंग के जरिए 98 रन के स्कोर पर रनआउट कर दिया था। लेकिन, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने अपील वापस लेकर 98 पर खेल रहे दासुन शनाका को शतक लगाने दिया। रोहित शर्मा की चौतरफा वाहवाही हो रही है। लेकिन, एक किस्सा जो 13 साल पहले घटा था शायद रोहित शर्मा उसे भूल गए थे।
श्रीलंका टीम ने वीरेंद्र सहवाग को शतक से रोकने के लिए 13 साल पहले शर्मनाक हरकत की थी। साल 2010 में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए वनडे मैच के दौरान सहवाग अपने शतक से केवल 1 रन दूर थे। शुरुआत में जीत के लिए टीम इंडिया को 5 रन चाहिए थे पहली गेंद पर बाई के अतिरिक्त 4 रन मिलने से मामला गड़बड़ा गया। इस दौरान सूरज रणदीव ने जानबूझकर नो बॉल फेंककर सहवाग को शतक से रोक दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा और सीनियर प्लेयर दिलशान ने सूरज रणदीव को जानबूझकर नो बॉल फेंकने की सलाह दी थी। सहवाग ने सूरज की गेंद पर छक्का तो जड़ दिया था लेकिन, इससे पहले ही फ्रंट-फुट नो-बॉल का संकेत दे दिया गया था जिसकी वजह से सहवाग 99 पर नॉटआउट रह गए।
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इस कहानी का जिक्र इसलिए हो रहा है क्योंकि रोहित शर्मा ने तब अपील वापस ली जब क्रिकेट के नियमों के अनुसार दासुन शनाका आउट थे। टीम इंडिया ने दासुन शनाका को आउट करके कुछ भी गलत नहीं किया था बावजूद इसके हिटमैन ने अपील वापस ले ली। रोहित शर्मा के इस गेस्चर ने भारतीय फैंस का ही नहीं बल्कि श्रीलंकाई फैंस का भी दिल जीत लिया है।