'केन विलियमसन ने खुद किया था साईं सुदर्शन को मैसेज' फाइनल के बाद सुदर्शन ने किया बड़ा खुलासा

Updated: Thu, Jun 01 2023 16:52 IST
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गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज साई सुदर्शन ने आईपीएल 2023 के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ सिर्फ 47 गेंदों में 96 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी ये पारी उनकी टीम को जीत ना दिला पाई। हालांकि, सुदर्शन को पूरे सीज़न में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए दिग्गजों से बहुत प्रशंसा मिली। अगर आंकड़ों की बात करें तो गुजरात के लिए सुदर्शन ने आईपीएल 2023 में सिर्फ आठ मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 51.71 की औसत और 141.41 के स्ट्राइक रेट से 362 रन बनाए।

सुदर्शन ने इस सीजन में वो भूमिका निभाई जो गुजरात टाइटंस के खेमे ने केन विलियमसन को दी थी लेकिन विलियमसन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग 2023 के पहले ही मैच में फील्डिंग के दौरान लगी चोटिल होकर पूरे सीजन से बाहर हो गए थे। विलियमसन को इसके तुरंत बाद न्यूजीलैंड के लिए रवाना हो गए लेकिन उनका दिल हमेशा गुजरात के साथ था और वो घर से लगातार अपनी टीम को चीयर कर रहे थे।

अब साई सुदर्शन ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर बात करते हुए बताया है कि कैसे केन विलियमसन ने फाइनल मैच के बाद उन्हें फोन किया और उनकी पारी के लिए बधाई दी। सुदर्शन ने कहा, "मेरी भूमिका केन की भूमिका के समान खेल को अंत तक ले जाने की थी। यहां तक कि कुछ हफ्ते पहले जब वो न्यूजीलैंड गए थे, तब भी मेरी उनसे फोन पर बातचीत हो रही थी। वो प्यारा इंसान है। उन्होंने खुद मुझे मैसेज किया कि मैं उन्हें कभी भी कॉल कर सकता हूं और कभी भी क्रिकेट के बारे में बात कर सकता हूं। पिछली रात भी, केन ने मुझे मैसेज किया "बहुत खुश हूं। आपने बहुत अच्छा काम किया है!" मैं बहुत खुश हूं कि मैंने केन के रोल में फिट होने की पूरी कोशिश की। आईपीएल शुरू होने से पहले तैयारी कैंप के दौरान हमारी भूमिका तय हो गई थी। उस भूमिका के साथ, मैंने अपने खेल को बढ़ाने की कोशिश की और मुझे लगता है कि ये काम कर गया।”

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आगे बोलते हुए सुदर्शन ने कहा, “जब मैं डगआउट से स्वागत के बारे में सोचता हूं तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। आत्मविश्वास की मात्रा या मेरे साथियों या सहायक कर्मचारियों से समर्थन की मात्रा। जाहिर तौर पर मैं, विजय अन्ना, साई किशोर बहुत करीब हैं और सब कुछ एक साथ साझा करते हैं। विजय अन्ना ने मुझे मेरी पहली टीएन कैप दी। हम क्रिकेट और जीवन के बारे में भी बहुत कुछ बोलते हैं। एक बड़े फाइनल में योगदान देने और टीम को शानदार स्थिति में लाने से मुझे संतुष्टि का एहसास होता है। जाहिर है, मैंने शतक नहीं बनाया, लेकिन जब मैं डगआउट में वापस आया तो मुझे संतुष्टि का एहसास हुआ।"

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