सलमान बट ने पाकिस्तान के 3 सबसे फिट क्रिकेटरों के नाम का किया खुलासा, बाबर, शाहीन को कर डाला बाहर
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सलमान बट (Salman Butt) ने बांग्लादेश के खिलाफ 21 अगस्त से शुरू होने वाली 2 टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले अपने देश के उन 3 खिलाड़ियों के नाम बताये है जो इस समय सबसे ज्यादा फिट है। उन्होंने शान मसूद, फखर ज़मान, और मोहम्मद रिजवान का नाम लिया। उन्होंने यह भी कहा कि चीजें उस तरह से डेवलप्ड नहीं हो रही हैं जिस तरह से होनी चाहिए, जिससे पूरी टीम अनफिट हो जाती है।
बट ने कहा कि, "जल्द ही फिटनेस में सुधार देखने को मिलेगा। आप यह नहीं कह सकते कि सभी खिलाड़ी फिट नहीं हैं। अगर आप कुछ खिलाड़ियों पर नजर डालें तो वे वर्ल्ड क्रिकेट में फिटनेस के मामले में टॉप 10 खिलाड़ियों में शामिल हैं। आप शान मसूद, फखर ज़मान और मोहम्मद रिजवान को देख सकते हैं, आप उनकी फिटनेस को देख सकते हैं, उन्होंने यो-यो टेस्ट में अच्छे स्कोर हासिल किए हैं। वे जिम में अच्छे हैं, वे मैदान पर अच्छा दौड़ते हैं।"
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने आगे कहा, "आपको तेज गेंदबाजों को मैनेज करने की जरूरत है, समस्या यह है कि वे लंबे प्रारूप में नहीं खेलते हैं, वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शामिल नहीं हैं, हम ज्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं। चीजों का उस तरह डेवलपमेंट नहीं हो पा रहा है, जिस तरह से होना चाहिए। जब ऐसा होता है, तो पूरी टीम को अयोग्य ठहराया जाता है, लोग फिट लोगों को नहीं देखेंगे, भले ही सभी खिलाड़ी मेहनती हों।"
सलमान ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान जो खिलाड़ी अनफिट थे वे अभी भी वहां हैं और जूनियर लेवल पर खिलाड़ियों पर सख्ती कर दी गयी। उन्होंने इस बात को लेकर कहा कि, "बाबर आजम ने पिछले 2 वर्षों में बहुत सारे रन बनाए हैं, उन्होंने अपनी फिटनेस साबित की है, उन्होंने मैदान पर दौड़ लगाई और पहली और दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए रन बनाए। चीजों को ऊपर जाना चाहिए लेकिन वे बीच में ही टूट रहे हैं, जो गलत है। इसलिए ये खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वो अपनी फिटनेस बरकरार रखें।"
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सलमान ने कहा कि, "पूरे पाकिस्तान में टीम की फिटनेस को लेकर चर्चा हो रही है और इससे पाकिस्तान में तूफान आ गया, जूनियर लेवल पर खिलाड़ियों को दौड़ने के लिए कहा गया। यह तब आया जब लोगों ने कहा कि खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए फिट नहीं थे। किसी ने फिजियो या ट्रेनर्स से सवाल नहीं किया, बल्कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर खिलाड़ियों को फिटनेस के लिए कड़ी मेहनत करनी शुरू कर दी। जिन्होंने गलतियाँ कीं वे अब भी वहीं हैं।"