आखिरी टेस्ट में 36 रनों के अंतर से 50 का औसत हासिल करने से चूके जयवर्धने
कोलंबो/नई दिल्ली, 17 अगस्त (हि.स.) । अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने 36 रन की कमी के कारण 50 रन प्रति पारी के सम्मानजनक औसत से अपने कॅरियर का अंत नहीं कर पाये।
जयवर्धने पाकिस्तान के खिलाफ एसएससी कोलंबो में दोनों पारियों में 58 रन बनाने के कारण 10,000 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में अकेले ऐसे बल्लेबाज बन गये हैं जिनका औसत 50 से कम है। भारत के खिलाफ अगस्त 1997 में कोलंबो में ही अपने कॅरियर का आगाज करके मैच की एकमात्र पारी में 66 रन बनाने वाले जयवर्धने ने आज यहां पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आखिरी टेस्ट पारी में 54 रन बनाये लेकिन पहली पारी में केवल चार रन बनाने के कारण उनके करियर औसत पर गहरा प्रभाव पड़ा। उन्हें अब 149 टेस्ट मैचों की 252 पारियों में 49–84 की औसत से 11,814 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहना होगा।
अपनी आखिरी पारी के दौरान जयवर्धने ने पहली पारी की असफलता की भरपायी करते हुए एक समय अपना औसत 50 रन के पार पहुंचा दिया था लेकिन अर्धशतक लगाने के तुरंत बाद आउट हो जाने के कारण उनका औसत फिर से नीचे गिर गया। जयवर्धने यदि अपनी आखिरी पारी में 90 रन बना देते तो फिर उनकी कुल रनसंख्या 11,850 पर पहुंच जाती जिससे उनका औसत 50 रन प्रति पारी हो जाता।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द