हाईवोल्टेज ड्रामा: अंपायर ने दिया विवादित फैसला, लड़ने पहुंच गए उस्मान ख्वाजा
ऑस्ट्रेलिया में चल रही शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने फैंस को हैरान किया है। खराब रोशनी के कारण कई बार आपने खेल को रुकता देखा है लेकिन, इस बार खराब रोशनी के कारण ना केवल खेल रुका बल्कि Queensland के हाथ में आई आसान सी जीत भी चली गई। सिडनी के ड्रमॉयने ओवल में अंतिम पांच ओवरों में जीत के लिए क्वींसलैंड को 26 रनों की जरूरत थी, क्वींसलैंड की जीत तय थी और महज एक औपचारिकता बची थी जो निभानी थी।
क्वींसलैंड के बल्लेबाज जो बर्न्स और मैट रेनशॉ ने पहले दो ओवर में 10 रन बनाए जिसके बाद लक्ष्य 16 रन का रह गया था, लेकिन फिर ऑन फील्ड अंपायरों ने विवादित फैसला लिया। शाम के करीब 6 बजक 34 मिनट पर लाइट रीडिंग चेक करने के बाद खिलाड़ियों को मैदान से हटाने और खेल रोकने का फैसला किया गया।
गुस्से में आकर क्वींसलैंड के कप्तान उस्मान ख्वाजा अंपायरों से पूछने के लिए मैदान पर आए कि जब बल्लेबाजों को दिक्कत नहीं है तो फिर वो क्यों खेल को जारी नहीं रख सकते। क्वींसलैंड के दोनों सलामी बल्लेबाज जो बर्न्स और रेनशॉ भी मैदान छोड़ने को तैयार नहीं थे। इस गर्मागर्मी के बीच विपक्षी टीम NSW के खिलाड़ी मैच के ड्रॉ होने से खुश होकर अपने ड्रेसिंग रूम में तेजी से पहुंच गए।
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अंत में अंपायर ने बेल्स को गिरा दिया और मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया। क्वींसलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी माइकल नेसर ने इस तरह मैच की समाप्ति के बाद कहा, ' ये वो रिजल्ट नहीं है जो हम चाहते थे। हमने पूरे खेल में बहुत संघर्ष किया। परिणाम निराशाजनक है, लेकिन कभी-कभी ऐसा ही होता है।'