क्या गांगुली को मिली बीजेपी का ऑफर ठुकराने की सज़ा ? BCCI से हुई छुट्टी तो बंगाल में शुरू हो गया घमासान
Sourav Ganguly And BCCI: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली अपने पद से हटने जा रहे हैं और जब से ये खबर फैंस के बीच पहुंची है वो इस खबर से हैरान हैं। गांगुली की जगह पूर्व भारतीय क्रिकेटर रोज़र बिन्नी को अध्यक्ष पद बनाने की खबरें चल रही हैं। इन खबरों के बीच बंगाल में सियासी गहमागहमी भी तेज़ हो गई है।
गांगुली के इस्तीफे की खबरों के बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीति काफी तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस ने गांगुली को उनके पद से हटाए जाने के बाद तीखा हमला बोला है और कहा है कि गांगुली ने बीजेपी में जाने से मना कर दिया इसीलिए उन्हें उनके पद से हटाया जा रहा है। इसके साथ ही टीएमसी का ये भी कहना है कि अगर गांगुली को हटाय़ा जा रहा है तो जय शाह अपने पद पर कैसे बने रह सकते हैं।
एएनआई से बात करते हुए टीएमसी के नेता डॉ. एस सेन ने कहा, 'अमित शाह कुछ महीने पहले सौरव गांगुली के घर गए थे। जानकारी है कि गांगुली को बीजेपी में शामिल होने के लिए बार-बार संपर्क किया गया था। शायद उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के लिए सहमति नहीं दी और इसीलिए वो राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हो गए हैं। अमित शाह के बेटे को बीसीसीआई सचिव के रूप में बरकरार रखा गया, लेकिन नहीं गांगुली।'
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वहीं, तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी गांगुली को पद से हटाए जाने पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया और कहा,'बीजेपी ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच ये संदेश फैलाने की कोशिश की थी कि गांगुली बीजेपी में शामिल होंगे। ये ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का एक उदाहरण है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई के सचिव पद पर बने रह सकते हैं, लेकिन गांगुली अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकते।'