विराट कोहली ने डीआरएस लेने के मामले में फिसड्डी साबित होने का बनाया यह शर्मनाक रिकॉर्ड !
29 फरवरी। क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज एक बार फिर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के सामने औसत नजर आई और पहली पारी में केवल 242 रनों पर आउट हो गई। पृथ्वी शॉ ने 54, पुजारा 54 और हनुमा विहारी ने 55 रनों की पारी खेली। लेकिन भारतीय पारी के स्कोर को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए।
न्यूजीलैंड के लिए काइल जेमिसन ने घातक गेंदबाजी की और 5 विकेट लेने में सफल रहे। जेमिसन के साथ - साथ टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट ने 2-2 विकेट झटके। नील वैगनर ने 1 विकेट अपने खाते में डालने में सफल रहे।
भारत की पारी के बाद न्यूजीलैंड के ओपनर्स ने शानदार शुरूआत की और पहले दिन का खेल खत्म होने पर 63 रन बना लिए हैं। टॉम लैथम 27 और टॉम ब्लंडेल 29 रन बनाकर नाबाद हैं। भारतीय तेज गेंदबाज भी न्यूजीलैंड की पिच पर विकेट लेने के लिए संघर्ष करते नजर आए। इससे पहले टॉस न्यूजीलैंड ने जीता था और पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था।
विराट कोहली का बुरा फॉर्म जारी
विराट कोहली क्राइस्टचर्च टेस्ट की पहली पारी में केवल 3 रन बनाकर टिम साउदी की गेंद पर एल्बी डब्लू आउट हो गए। कोहली को टिम साउदी ने 10वीं दफा इंटरनेशनल क्रिकेट में आउट किया।
वेलिंग्टन टेस्ट में भी कोहली फ्लॉप रहे थे। वेलिंग्टन टेस्ट की दोनों पारियों में कोहली ने 2 और 19 रन बनाए थे। आपको बता दें कि कोहली के नाम एक निराशाजनक रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया।
अपने टेस्ट करियर में कोहली ने अबतक 15 बार LBW आउट दिए जाने के बाद डीआरएस लेने का फैसला किया है और सिर्फ 2 बार ही उनके हक में फैसला आया है। इसका सीधा सा मतलब है कि डीआरएस लेने के फैसले में विराट कोहली फिसड्डी साबित हुए हैं।
दूसरे टेस्ट में कोहली को टिम साउदी ने सीधी गेंद पर फंसाया और LBW की अपील की जिसे अंपायर ने मानते हुए आउट दिया। जिसके बाद कोहली ने डीआरएस लिया लेकिन फैसला गेंदबाज की तरफ गया।
विराट कोहली टेस्ट में पिछली 21 पारियों के दौरान एक भी शतक नहीं जमा पाए हैं। कोहली ने आखिरी टेस्ट शतक साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में जमाया था। कोहली के बुरे फॉर्म का नतीजा ये रहा कि उनको आईसीसी टेस्ट रैंकिंग से नंबर वन का ताज छोड़ना पड़ा है। अब नंबर वन पर स्टीव स्मिथ मौजूद हैं।