'मुझे दुनिया का सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर बनना है', छोटे यशस्वी के बड़े हैं सपने
भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते युवा सितारों में से एक यशस्वी जायसवाल अपनी आक्रमक बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। 20 साल के यशस्वी बडे़ सपने देखते हैं, जिसके लिए वह कड़ी मेहनत भी कर रहे हैं। हाल ही में यशस्वी ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में सलामी बल्लेबाज़ी करते हुए दोनों ही पारियों में शतक जड़ा था। लेकिन अब यशस्वी ने बड़ा खुलासा किया है दरअसल, युवा यशस्वी सबसे अच्छे बल्लेबाज़ नहीं बल्कि सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर बनना चाहते हैं।
यशस्वी जायसवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने ऑलराउंडर बनने की इच्छा बताई। उन्होंने कहा, 'मैंने युजवेंद्र चहल भाई से बातचीत की और उनसे बॉलिंग टिप्स ली। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं एक अच्छा ऑलराउंडर बन सकता हूं। मैं बैटिंग और बॉलिंग दोनों ही डिपार्टमेंट में सबसे बेहतरीन बनना चाहता हूं।'
20 साल के युवा खिलाड़ी ने स्टार गेंदबाज़ युजवेंद्र चहल के बारे में बातचीत करते हुए उनकी खुब तारीफ की। उन्होंने कहा, 'चहल भाई मिस्ट्री मैन हैं। वो अपने डिपार्टमेंट में लीजेंड हैं। उनके पास काफी सारे वैरिएशन हैं। वो चेस भी काफी अच्छा खेलते हैं।'
बता दें कि इस युवा बल्लेबाज़ का मानना है कि रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में उन्हें उत्तर प्रदेश के खिलाफ 200 रन बनाने चाहिए थे, लेकिन वह ऐसा कर नहीं सके। गौरतलब है कि यशस्वी ने पहली इनिंग में 100 रनों की पारी खेली थी, वहीं दूसरी इनिंग में उनके बल्ले से 181 रन निकले थे।
यशस्वी का बल्ला आईपीएल में भी काफी गरजा था। 20 साल के बल्लेबाज़ ने राजस्थान रॉयल्स के लिए 10 मुकाबलों में 133 की स्ट्राइक रेट से 258 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतकीय पारी भी देखने को मिली थी।