जहीर खान की संगति में बना बेहतर गेंदबाज : इशांत शर्मा
मुम्बई, 17 अक्टूबर | अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके सीम गेंदबाज जहीर खान के साथ बिताए गए पलों को याद करते हुए भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने कहा कि जहीर की संगति में रहकर ही वह एक अच्छे गेंदबाज बन सके।
इशांत के मुताबिक वह आज जो भी हैं जहीर की बदौलत हैं क्योंकि उन्होंने उन्हें एक अच्छा गेंदबाज करने के लिए काफी सहयोग किया और मार्गदर्शन दिया। भारत के लिए 14 साल के करियर में 92 टेस्ट मैच खेलते हुए 311 टेस्ट विकेट लेने वाले जहीर ने गुरुवार को चोट से लगातार परेशान रहने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा।
वर्ष 2000 में जहीर ने भारत के लिए पदार्पण किया था और अपना अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में खेला था।इशांत ने 'बीसीसीआई डॉट टीवी' से बातचीत में कहा, "जहीर ने जो मुझे बताया और सिखाया उसकी की बदौलत में आज टीम का मुख्य गेंदबाज बनकर उभरा हूं। कोई नहीं जानता कि मेरी जिंदगी में जहीर खान का कितना बड़ा प्रभाव है। जहीर ने एक गेंदबाज के तौर पर मुझे निखारा है।"
इशांत बोले, "मैं आज जैसा भी गेंदबाज हूं, जहीर खान की बदौलत हूं। वह मेरे पहले आयडल और रोल मॉडल हैं। बाद में वह मेरे बेहद करीबी दोस्त बने। जहीर ने मेरे लिए जो किया है, उसका कर्ज मैं सिर्फ धन्यवाद कहकर नहीं उतार सकता।"
इशांत ने कहा कि भारतीय टीम में जहीर की जगह भर पाना आसान नहीं होगा। बकौल इशांत, "जहीर का स्थान भर पाना मुश्किल होगा। मैंने महसूस किया है कि जब से जहीर टीम में नहीं हैं, मेरी भूमिका बदल गई है। यह जिम्मेदारी बड़ी है। जहीर ने सालों तक इस जिम्मेदारी को निभाया है। यह आसान नहीं है।"
(आईएएनएस)