एशिया कप में कैसा है विराट कोहली का रिकॉर्ड? यहां देखिए ज़बरदस्त आंकड़े
एशिया कप 2023 का आगाज 30 अगस्त से होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट में अगर भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल तक पहुंचती हैं तो दोनों टीमों के बीच तीन मुकाबले होने की संभावना है। ऐसे में फैंस के लिए आने वाले दिन काफी मनोरंजक होने वाले हैं। वहीं, पाकिस्तानी टीम के लिए आगामी एशिया कप आसान नहीं होने वाला है क्योंकि उन्हें एक बार फिर से विराट कोहली की चुनौती से पार पाना होगा। विराट कोहली ने एशिया कप 2023 से पहले अच्छी तरह से आराम भी कर लिया है और अब वो पिछली बार की तरह इस बार भी टूर्नामेंट में फ्रेश होकर आएंगे।
विराट कोहली से बाकी टीमों को इसलिए भी डरने की जरूरत है क्योंकि एशिया कप में विराट का बल्ला जमकर रन उगलता है और इसका नमूना हम एशिया कप 2022 में देख चुके हैं। वनडे क्रिकेट में 275 मैचों में 57.32 की औसत से 46 शतक और 65 अर्द्धशतक के साथ विराट ने 12,898 रन बनाए हैं लेकिन एशिया कप में विराट का औसत और भी बेहतर हो जाता है।
एशिया कप में विराट कोहली का प्रदर्शन (वनडे फॉर्मैट)
अगर वनडे फॉर्मैट वाले एशिया कप में विराट कोहली के रिकॉर्ड की बात करें तो उनके आंकड़े किसी भी विरोधी टीम को डरा सकते हैं। विराट ने 11 मैचों में 61.30 की शानदार औसत से 613 रन बनाए हैं जबकि उनके बल्ले से 3 शतक भी देखने को मिले हैं। विराट ने एशिया कप में कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं और इस बार भी वो कई रिकॉर्ड्स ध्वस्त करने वाले हैं।
एशिया कप में विराट कोहली के आंकड़े (टी-20 फॉर्मैट)
भारतीय बल्लेबाज का टी-20 प्रारूप में एशिया कप में भी शानदार रिकॉर्ड है। उन्होंने 10 मैचों में 85.80 की औसत और एक शतक की मदद से 429 रन बनाए हैं। कोहली ने यूएई में 2022 संस्करण के दौरान अफगानिस्तान के खिलाफ 61 गेंदों में 122* रनों की यादगार पारी भी खेली थी।
एशिया कप 2022 में विराट का धमाकेदार प्रदर्शन
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एशिया कप 2022 टी20 फॉर्मेट में खेला गया था लेकिन विराट ने इस फॉर्मैट को भी अपना बना लिया और टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगा दिया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने पांच पारियों में 92 की औसत और 147.59 की स्ट्राइक रेट से 276 रन बनाए। खराब दौर से गुजर रहे कोहली ने इस टूर्नामेंट के जरिए ही फॉर्म में वापसी की थी और अफगानिस्तान के खिलाफ शतक बनाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने शतक के सूखे को खत्म किया था। विराट इस शतक से पहले 1000 दिनों से अधिक समय तक कोई भी शतक नहीं लगा पाए थे लेकिन इस टूर्नामेंट में उनका फॉर्म लौट आया और उसके बाद वो शतक पर शतक लगाने लगे।