IPL 2014: जब मनीष पांडे की तूफानी पारी से कोलकाता नाइट राइडर्स दूसरी बार बनी थी चैंपियन
आईपीएल के एक शानदार सीजन के लिए उपयुक्त समापन के रूप में निकला फाइनल मैच जिसे कि कोलकोता नाईट राइडर्स ने बेंगलुरु में किंग्स इलेवन पंजाब को 3 विकेट से हराया। किंग्स इलेवन पंजाब ने रिद्धिमान साहा के शतक की बदौलत 4 विकेट खोकर 199 रनों का बढ़िया स्कोर खड़ा किया। हालाँकि नाईट राइडर्स रूटीन विकेट खोने के बावजूद पीछा करने की दौड़ में बने रहे। मनीष पांडे ने 50 गेंदों में 94 रन बनाकर मैच जीत लिया। यह केकेआर की 2012 के बाद दूसरी खिताबी जीत थी।
केकेआर के लिए गौतम गंभीर ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी का निर्णय लिया। किंग्स X1 पंजाब के सेहवाग और मनन वोहरा पारी प्रारम्भ करने आये।
उनकी बढ़िया चल रही साझेदारी को उमेश यादव ने पारी के चौथे ओवर में तोड़ दिया जब टीम का स्कोर 23 रन था। सेहवाग (7) को गंभीर ने मिड ऑफ पर कैच लेकर चलता किया। कप्तान जॉर्ज बेली, सेहवाग के आउट होने के बाद खेलने आये किन्तु सुनील नरेन् ने छठे ओवर की पहली ही गेंद पर बेली को बोल्ड आउट कर दिया। किंग्स इलेवन पंजाब ने पावर प्ले (32 रन 2 विकेट पर) में सीजन का सबसे काम स्कोर बनाया।
दो विकेट जल्दी खोने के बाद पंजाब ने बीच के महत्वपूर्ण ओवरों में वोहरा और साहा के माध्यम से स्थिति संभाली और 10 ओवर के बाद पंजाब का स्कोर 2 विकेट पर 58 रन था। साहा ने अगले तीन ओवरों में 34 रन ठोक दिए और पारी के 14 वें ओवर, जो नरेन् ने फेंका, उस में साहा ने 14 रन बना कर अपना अर्धशतक 29 गेंद में पूरा किया। वोहरा ने भी अपना अर्धशतक उसी ओवर में पूरा कर लिया। मोर्केल के अगले ओवर में दोनों बल्लेबाज़ों ने 20 रन ठोक दिए।
तीसरे विकेट के लिए इन दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 100 रन की साझेदारी पूरी की। 15 ओवर के बाद टीम का स्कोर दो विकेट खो कर 131 रन था। मनन वोहरा शानदार 67 रन बनाकर पियूष चावला द्वारा आउट हो गए, उन्हें चावला ने अपनी ही गेंद पर लपक लिया। ग्लेन मैक्सवेल साहा का साथ देने विकेट पर आये किन्तु चावला की पहली ही गेंद पर शार्ट थर्ड मैन पर मोर्केल को कैच थमा कर पवैलियन वापस लौट गए।
वह रात निश्चित रूप से साहा के लिए थी। साहा ने नरेन् की गेंद पर छक्का मरकर अपना शतक 49 गेंद पर पूरा किया। आईपीएल के इतिहास में साहा ने पहला शतक लगाया था। नरेन् ने अपने चार ओवरों में 46 रन देकर एक विकेट लिया। अंतिम ओवर जो उमेश यादव ने फेंका उसमें भी साहा ने 12 रन मारे और 20 ओवर्स के बाद पंजाब का स्कोर चार विकेट के नुकसान पर 199 रन था।
केकेआर को पारी प्रारम्भ करते ही, विश्वसनीय रोबिन उथप्पा का विकेट खोने का झटका झेलना पड़ा, जब जॉनसन ने पहले ओवर में ही रोबिन उथप्पा को अक्षर पटेल द्वारा कैच आउट करा दिया। इसके पश्चात् गंभीर और मनीष पांडे ने धैर्य के साथ पारी को आगे बढ़ाया और 10 रन प्रति ओवर का रन रेट बनाये रखा। पावर प्ले के छः ओवर समाप्त होने पर के.के.आर. का स्कोर 59 रन था।
सातवें ओवर में कर्णवीर सिंह के रूप में स्पिन आक्रमण लगाते ही के.के.आर.को गौतम गंभीर (23 ) के रूप में बड़ा झटका लगा। मनीष पांडे और युसूफ पठान ने हालाँकि स्कोर को धैर्य के साथ आगे बढ़ाया। दस ओवर समाप्त होने पर इन दोनों ने टीम का स्कोर 89 पर पहुंचा दिया। पांडे ने ग्यारहवें ओवर में अवाना की गेंद पर छक्का मारकर अपने 50 रन पूरे किये। इसी ओवर में के.के.आर. के 100 रन पूरे हो गए। 13 वें ओवर की समाप्ति पर टीम का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 128 रन था। मनीष पांडे और युसूफ पठान क्रीज़ पर थे।
थोड़ी ही देर बाद पठान की पारी का अंत हो गया जब कर्णवीर की गेंद पर मैक्सवेल ने उनको लपक लिया। पठान ने 22 गेंद पर 36 रन की तेज़ और अच्छी पारी खेली। अब पांडे का साथ देने शाकिब अल हसन आये और 15 ओवर समाप्त होने पर स्कोर 3 विकेट के नुक्सान पर 151 रन था।
केकेआर को अंतिम 30 गेंद में जीत के लिए 49 रन चाहिए थे और मैच काफ़ी रोमांचक मोड़ पर था। 16 वें ओवर में शाकिब रन आउट हो गए किन्तु उस ओवर में 10 रन भी बन गए, अब ४ ओवर में 39 रन की दरक़ार थी। अगले बल्लेबाज़ रयान टेन दशकाटे(4) को कर्णवीर ने आउट कर दिया। मनीष पांडे (94 ) भी 17 वें ओवर की अंतिम गेंद पर आउट हो गए। मैच बहुत रोमांचक हो गया था अब अंतिम तीन ओवर में 21 रन चाहिए थे, क्रीज़ पर दो नए बल्लेबाज़ थे सूर्य कुमार यादव और पियूष चावला। अगला ओवर अक्षर पटेल ने बढ़िया फेंका, अब 2 ओवर में १५ रन की आवश्यकता थी। जॉनसन, जो महत्वपूर्ण 19वां ओवर फेंकने आये, उन्होंनें सूर्यकुमार यादव का विकेट ले लिया।
पंजाब की टीम में नया जोश आ गया था क्योंकि केकेआर के सभी स्थापित बल्लेबाज़ आउट हो चुके थे किन्तु पियूष चावला ने पंजाब की सभी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए चौका और छक्का मारकर तीन गेंद शेष रहते केकेआर की जीत पक्की कर दी।
मैन ऑफ़ द मैच - मनीष पांडे