टीम इंडिया और लॉर्ड्स के बीच का खास कनेक्शन, पहले मैच से लेकर वर्ल्ड कप जीत, सब जान लीजिए

Updated: Tue, Jul 08 2025 17:46 IST
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India Test Record at Lord's: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए, इंग्लैंड-भारत सीरीज का तीसरा रोथसे टेस्ट 10 जुलाई 2025 से लॉर्ड्स में खेलना है। यह लंदन के दो टेस्ट ग्राउंड में से एक है और कितना ख़ास इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि इस स्टेडियम को 'होम ऑफ क्रिकेट' भी कहते हैं। लॉर्ड्स ही मिडलसेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और आईसीसी यूरोप का हेड क्वार्टर है। अगस्त 2005 तक तो आईसीसी का हेड क्वार्टर भी लॉर्ड्स में ही था।

लॉर्ड्स में टेस्ट मैच, मशहूर ब्रिटिश समर के उस जश्न का एक ख़ास हिस्सा है जिसमें सोशल और कल्चरल प्रोग्राम की बहार देखने को मिलती है- खास तौर पर इन्हीं दिनों में विंबलडन, सिल्वरस्टोन, द ओपन और एस्कॉट के साथ-साथ बाजारों में चेरी की नई फसल का आना। लॉर्ड्स में टेस्ट खेलना, अभी भी कई क्रिकेटरों के लिए उनके करियर का एक ख़ास मुकाम माना जाता है। ये है तो अपनी परंपराओं के लिए मशहूर पर आधुनिकता की झलक यहां भी मिलने लगी है। लॉर्ड्स के नए कॉम्पटन और एडरिच स्टैंड (Compton and Edrich Stands) में शानदार प्रीमियम सीटिंग है और इसे बुक कराया तो क्रिकेट कैलेंडर के किसी भी बड़े मैच की टिकट की अपने आप गारंटी मिल जाती है। ये स्टैंड बनाने पर 52 मिलियन पौंड (लगभग 612 करोड़ रुपये) का खर्चा आया था और इसे दुनिया की सबसे मशहूर आर्किटेक्ट फर्म में से एक विल्किंसन आइरे (Wilkinson Eyr) ने डिज़ाइन किया।

लॉर्ड्स स्टेडियम की एक और ख़ास विशेषता आउटफील्ड में 8 फुट तक की बड़ी ढलान है जिसे खत्म न करना भी यहां की परंपरा का हिस्सा बना हुआ है। 2025 में ही ऐतिहासिक ओल्ड फादर टाइम (Old Father Time) के लॉर्ड्स में 100 साल पूरे हो रहे हैं। इसलिए इस जश्न को भी मनाएंगे टेस्ट के दौरान। ये वेदरवेन, क्लॉक टॉवर के ऊपर लगा है और ग्राउंड के हर कोने पर इसकी नजर है। स्टेडियम कॉम्प्लेक्स के अंदर ही, दुनिया के सबसे पुराने स्पोर्ट्स म्यूजियम में से एक, एमसीसी म्यूजियम है जो एक तरह से क्रिकेट के इतिहास और विकास का सबसे बड़ा प्रतीक है। मशहूर 'एशेज' भी यहीं रखा है। इसके अतिरिक्त लॉर्ड्स में किसी इंटरनेशनल क्रिकेटर, एडमिनिस्ट्रेटर या क्रिकेट से जुड़ी किसी भी जानी-मानी हस्ती के, हर रोज खेल शुरू होने से 5 मिनट पहले घंटी बजाने की परंपरा जो 2007 में शुरू की गई, बड़ी लोकप्रिय है। ये  घंटी लॉर्ड्स पैवेलियन की बॉलर्स बार (Bowlers’ Bar) के बाहर लगी है।

यहां खेली क्रिकेट से कुछ ख़ास उपलब्धियां:

लॉर्ड्स में पहला टेस्ट: 1884 में इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया खेले और तब ये इंग्लैंड का तीसरा टेस्ट ग्राउंड बना था (पहले दो: ओवल और ओल्ड ट्रैफर्ड)।

1976: पहला महिला मैच खेले (इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया वनडे)।

1987: MCC के 200 साल पूरे होने के मौके पर जश्न का एक ख़ास आकर्षण MCC और रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड इलेवन के बीच मैच था। सुनील गावस्कर ने 188 का स्कोर बनाया था इसमें।  

1999: नर्सरी एंड पर नया मीडिया सेंटर शुरू हुआ। अब ये इस स्टेडियम की एक खूबसूरत पहचान है। 

300 का पहला स्कोर: ये रिकॉर्ड ग्राहम गूच ने 1990 में भारत के विरुद्ध बनाया और उनके 333 रन, आज भी लॉर्ड्स में टॉप स्कोर हैं। गूच ने टेस्ट की दूसरी पारी में 123 रन बनाए थे।
दो साल में दो वर्ल्ड कप जीत: इंग्लैंड ने दो साल के भीतर यहां दो वर्ल्ड कप जीते- 2017 महिला वर्ल्ड कप और 2019 में पुरुष वर्ल्ड कप। 

2021 में लॉर्ड्स में कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर खोला था। 

WTC 2025 का फाइनल: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच ये फाइनल यहीं खेले थे। 

इंग्लैंड का कुल रिकॉर्ड: 145 टेस्ट, 59 जीत, 35 हार, 51 ड्रा।

लॉर्ड्स का भारतीय कनेक्शन 

इंग्लैंड के अन्य स्टेडियम की तुलना में लॉर्ड्स में भारत का रिकॉर्ड बेहतर है: 19 टेस्ट, 3 जीत (1986, 2014 और 2021), 12 हार, 4 ड्रा। 

इन दोनों टीम के बीच यहां खेले पिछले तीन टेस्ट में से भारत ने दो जीत हासिल की हैं। 

कुछ और ख़ास प्रदर्शन:
* हालांकि सौरव गांगुली ने जून 1996 में यहां डेब्यू टेस्ट में 100 बनाया था लेकिन वे ज्यादा मशहूर हुए 2002 में लॉर्ड्स में नेटवेस्ट फाइनल जीतने के बाद बॉलकनी पर शर्ट उतार उसे लहराने के लिए।

* 1983 में भारत ने कपिल देव की कप्तानी में यहीं वर्ल्ड कप जीता था।

*  दिलीप वेंगसरकर लॉर्ड्स में लगातार टेस्ट में तीन 100 बनाने वाले पहले और अकेले विदेशी बल्लेबाज हैं। इसीलिए उन्हें 'लार्ड ऑफ लॉर्ड्स' भी कहते हैं। 

* 1886: पारसी टीम, लॉर्ड्स में खेलने वाली पहली भारतीय टीम बनी।

* 1952 में वीनू मांकड़ ने इंग्लैंड के विरुद्ध 184 रन बनाए और 5/196 का स्कोर बनाया।

* 1987 में एमसीसी-रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड इलेवन मैच में सुनील गावस्कर ने 188 रन बनाए थे।

* 1998 में: सचिन तेंदुलकर ने डब्ल्यूजी ग्रेस की 150वीं सालगिरह के मैच में 125 रन बनाए थे।

* मिडिलसेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेलने वाले भारतीय क्रिकेटर: यह रिश्ता रुस्तम कूपर (जो 1949 और 1951 के बीच खेले) से शुरू हुआ और एक समय तो मिडिलसेक्स के सबसे बड़ी उम्र के जीवित फर्स्ट क्लास क्रिकेटर का रिकॉर्ड उनके नाम था और तब उम्र 97 साल 183 दिन थी। इस लिस्ट में उनके बाद अजीत अगरकर, मुरली कार्तिक, इरफान पठान, जयंत यादव और उमेश यादव के नाम जुड़े।

*  सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर: वीनू मांकड़ 184, 1952

* सबसे बेहतर गेंदबाजी: इशांत शर्मा 7-74, 2014

दर्शक क्षमता: 30,000

एंड के नाम: पवेलियन एंड, नर्सरी एंड

ग्राउंड में फ्लड लाइट्स हैं।

जब टीम इंडिया के खिलाड़ी मेहमान टीम वाले ड्रेसिंग रूम से बाहर सीढ़ियों से उतरेंगे, तो उन्हें टाइगर पटौदी और सचिन और दिलीप वेंगसरकर की पिक्चर दिखाई देंगी और मशहूर लॉन्ग रूम में दिग्गज बिशन बेदी और कपिल देव उन्हें देख रहे होंगे।

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चरनपाल सिंह सोबती
 

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