युवराज, हरभजन सिंह के अपने खिलाफ बयान पर शाहिद अफरीदी ने तोड़ी चुप्पी,बोले वो मजबूर हैं
लाहौर, 26 मई| पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर से अपने उस अपमानजनक दावे का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने भारत में लोगों पर अत्याचार होने की बात कही थी। हाल में अफरीदी के इस बयान
लाहौर, 26 मई| पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर से अपने उस अपमानजनक दावे का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने भारत में लोगों पर अत्याचार होने की बात कही थी। हाल में अफरीदी के इस बयान के लिए हरभजन सिंह, युवराज सिंह और गौतम गंभीर सहित कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई थी, लेकिन अफरीदी अभी नहीं रुके हैं।
अफरीदी ने पाकिस्तानी चैनल हम न्यूज से कहा, " हरभजन और युवराज ने मेरे फाउंडेशन के लिए जो किया उसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि वो लोग एक मजबूर हालात में जी रहे हैं। वो वहां रह रहे हैं ऐसे में उनकी यह मजबूरी है। मुझे पता है कि लोग वहां क्या महसूस कर रहे हैं। इसके आगे मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।"
Trending
अफरीदी ने हाल में कश्मीर पर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बयान दिया था। हरभजन ने इस पर कहा था अब से उनका पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के साथ कोई रिश्ता नहीं है।
हरभजन ने स्पोटर्स तक से कहा था , "शाहिद अफरीदी ने हमारे देश और हमारे प्रधानमंत्री के बारे में बात करते हुए बहुत परेशान किया है। ये स्वीकार्य नहीं है।"
स्टार आफ स्पिनर ने कहा था, " ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने (अफरीदी) हमें अपनी मदद के लिए कहा। ऐसे में, हमने इसे मानवता के लिए और कोरोनावायरस के कारण पीड़ित लोगों की मदद के लिए किया था। लेकिन अंत में अफरीदी ने हमारे साथ ये किया।"
हरभजन ने आगे कहा, "ये एक बीमार आदमी है जो हमारे देश के बारे में ऐसा सोचता है। मुझे बस इतना कहना है कि शाहिद अफरीदी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। अफरीदी को अपने देश पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और अपनी सीमा में रहना चाहिए। मुझे केवल इतना ही कहना है कि हमारे देश के खिलाफ उसने जो भी बोला वो बर्दाश्त के बाहर है और मैं आज से उसके साथ सभी रिश्ते तोड़ता हूं।"
वहीं, युवराज ने ट्वीट करके कहा था, "अफरीदी के हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए बयान से बेहद निराश हूं। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते जो भारत के लिए खेला हो, मैं इस तरह के शब्द स्वीकार नहीं कर सकता। मैंने वो अपील आपके (अफरीदी के) कहने पर इंसानियत के नाते की थी, लेकिन अब दोबारा नहीं।"