विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के अलावा इंग्लैंड दौरे पर होगा भारतीय टीम का पूरा ध्यान, जीत को लेकर विराट कोहली ने कही ये बात
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को कहा कि भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) पर ध्यान देने के बजाय इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैचों को जीतने की कोशिश करेगा क्योंकि डब्ल्यूटीसी पर ध्यान देने का...
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को कहा कि भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) पर ध्यान देने के बजाय इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैचों को जीतने की कोशिश करेगा क्योंकि डब्ल्यूटीसी पर ध्यान देने का खामियाजा वह फरवरी 2020 में न्यूजीलैंड में भुगत चुका है।
मेजबान भारत को जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज में कम से कम दो टेस्ट मैच जीतने की जरूरत है।
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भारतीय टीम शुक्रवार से यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के साथ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलने उतरेगी।
कोहली ने मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, " न्यूजीलैंड में हमने इसके (डब्ल्यूटीसी) बारे में बात की थी और इससे हमारे ऊपर और अतिरिक्त दबाव पड़ गया था। हमने दबाव में रहकर उसका समापन किया। लेकिन आस्ट्रेलिया दौरे पर हमने चीजों को समझा, अच्छी तैयारियां की और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढाला।"
उन्होंने कहा, " इस ऑस्ट्रेलिया सीरीज में, हमने डब्ल्यूटीसी जीतने की बात नहीं की। मुझे लगता है कि यह आपकी टीम अच्छाई है कि हमारे ऊपर अतिरिक्त दबाव नहीं था। इस तरह से खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सफलता प्राप्त होती है।"
कप्तान ने कहा, " इसलिए अभी इस पर बात नहीं हो रही है। हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि वर्तमान में रहें और एक दिन में एक समय लें और आगे बढ़ें।"
पितृत्व अवकाश के बाद लौटे कोहली ने आस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करने के लिए मोहम्मद सिराज, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी जैसे युवा खिलाड़ियों की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर टीम की रणनीति हमेशा जीतने की होती है और मैच को ड्रॉ कराना अंतिम विकल्प है। उन्होंने आगे कहा कि इसी रणनीति के चलते टीम इंडिया ब्रिस्बेन में मैच जीतने में सफल रही।
कोहली ने कहा, " जब मैं 2014 में टीम का कप्तान बना था तो हमने फैसला किया था कि जब भी मौका मिलेगा तो हम जीत के लिए जाएंगे, और जब जीत का कोई विकल्प नहीं होगा तो ड्रॉ हमारे पास अंतिम विकल्प होगा। प्रत्येक मैच में हम यह सोचते हैं कि हमें कैसे और कहां जीत मिलेगी।"